Chhattisgarh Naxal Attack News से जुड़ी एक बड़ी और दुखद खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा प्रहार किया है, लेकिन इस अभियान में हमारे बहादुर जवानों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा से सटे जंगलों में हुए एक भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 5 से ज्यादा नक्सलियों को ढेर कर दिया है। हालांकि, इस ऑपरेशन के दौरान डीआरजी (District Reserve Guard) के दो जवान शहीद हो गए हैं।
यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुई जब सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम, जिसमें राज्य पुलिस की डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन शामिल थी, एंटी-नक्सल ऑपरेशन के लिए जंगल में दाखिल हुई।
घात लगाकर बैठे थे नक्सली
सूत्रों के मुताबिक, जैसे ही सुरक्षा बलों की टीम जंगल के अंदर बढ़ी, पहले से घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। देखते ही देखते यह झड़प एक भीषण मुठभेड़ में बदल गई। दोनों ओर से लगातार गोलीबारी होती रही। सुरक्षा बलों ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
इस दौरान डीआरजी के एक जवान ने अदम्य साहस का परिचय दिया। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उन्होंने अपनी पोजीशन नहीं छोड़ी और अंत तक नक्सलियों का मुकाबला करते रहे, लेकिन बाद में वे शहीद हो गए। एक अन्य जवान भी इस गोलीबारी में शहीद हो गया।
7 नक्सलियों के मारे जाने की खबर
शुरुआती रिपोर्ट्स में 5 नक्सलियों के मारे जाने की बात कही गई थी, लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक, अब तक कुल 7 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों को एसएलआर राइफलें, 303 राइफल और अन्य भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद भी मिला है।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि एनकाउंटर में बीजापुर डीआरजी के हेड कॉन्स्टेबल मोनू वडारी, रमेश सोडी और कॉन्स्टेबल दुकारू गोंडे ने अपनी जान की बाजी लगा दी।
इस साल 268 नक्सली ढेर
अधिकारियों के अनुसार, इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों ने 268 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें से 249 नक्सली अकेले बस्तर क्षेत्र के सात जिलों में मारे गए हैं। यह आंकड़ा सुरक्षा बलों की बढ़ती आक्रामकता और नक्सलियों के खात्मे की ओर बढ़ते कदम को दर्शाता है।
इससे पहले 30 नवंबर को दंतेवाड़ा में 37 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया था, जिनमें से 27 पर लाखों का इनाम घोषित था।
जानें पूरा मामला
यह घटना छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले की है, जो नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र का हिस्सा है। यहां सुरक्षा बल लगातार एंटी-नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं। 3 दिसंबर को खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा के जंगलों में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था, जो एक बड़ी मुठभेड़ में तब्दील हो गया। अभी भी इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है और अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर हुई मुठभेड़ में 7 नक्सली मारे गए।
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डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए, एक अन्य घायल है।
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घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ है।
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इस साल अब तक छत्तीसगढ़ में 268 नक्सली मारे जा चुके हैं।






