Chhath Puja 2025 की तैयारियां दिल्ली में तेज़ी से शुरू हो गई हैं। यह चार दिवसीय महापर्व इस साल 25 अक्टूबर से 28 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि राजधानी में यमुना नदी के किनारे 17 आदर्श छठ घाट बनाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण में पूजा कर सकें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि छठ पूजा दिल्ली में दिवाली की तरह सम्मानजनक और भव्य तरीके से मनाई जाए। इसके लिए घाटों की पूरी सफाई, रोशनी, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं का विशेष इंतजाम किया जाएगा।
फूलों की बारिश और सांस्कृतिक कार्यक्रम
हर जिले में कम से कम एक मॉर्डन छठ घाट बनाया जाएगा। घाटों पर भव्य स्वागत गेट, फूलों की वर्षा और मैथिली-भोजपुरी भाषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस साल अब तक लगभग 200 सांस्कृतिक कार्यक्रम की योजना बनाई जा चुकी है। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, चाय और अन्य सुविधाओं का भी विशेष इंतजाम होगा।
यमुना किनारे पूजा की अनुमति और राहत
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पहले यमुना किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं थी, लेकिन इस साल श्रद्धालुओं के लिए इसे अनुमति दे दी गई है। पिछले वर्षों में दर्ज शिकायतें और मामले अब वापस ले लिए जाएंगे। राजधानी के विभिन्न इलाकों से 1,000 से अधिक पूजा समितियों ने आयोजन की अनुमति के लिए आवेदन भेजे हैं।
बनाया जाएगा आदर्श छठ घाट
दिल्ली के हर जिले में बनाए जाने वाले आदर्श घाटों पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें स्वच्छ पेयजल, रोशनी, शौचालय और पूजा से जुड़ी अन्य सुविधाएं शामिल हैं। हर घाट पर श्रद्धालुओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिससे वे अपने पारंपरिक और सांस्कृतिक जुड़ाव को महसूस कर सकें।
स्वच्छता और सजावट के लिए दिल्ली सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है। सभी सांसद, विधायक और पार्षद अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर घाटों की साफ-सफाई और तैयारियों में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
मुख्य बातें (Key Points):
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दिल्ली में छठ पूजा 25-28 अक्टूबर तक मनाई जाएगी।
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यमुना किनारे 17 आदर्श छठ घाट बनाए जाएंगे।
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हर घाट पर फूलों की वर्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
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श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पेयजल, रोशनी, चाय और शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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पिछले वर्षों के मामले वापस लिए जाएंगे और पूजा समितियों को अनुमति दी गई।






