New Delhi (नई दिल्ली) 16 जनवरी (The News Air) 5 जनवरी 2022, फिरोजपुर (Ferozepur), पंजाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का काफिला मोगा-फिरोजपुर रोड (Moga-Ferozepur Road) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के कारण रोक दिया गया था। यह मामला भारत के इतिहास में सुरक्षा चूक (Security Breach) के सबसे बड़े मामलों में से एक माना गया। अब इस घटना में पंजाब पुलिस ने नया मोड़ लाते हुए 307 IPC (हत्या के प्रयास) का आरोप 25 किसानों पर लगाया है।
क्यों भड़के किसान नेता? : किसानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से किसान संगठन भड़क गए हैं। खनौरी (Khanauri) में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के नेता सरवन सिंह पंधेर ने चेतावनी दी, “अगर किसी किसान को गिरफ्तार किया गया तो जबरदस्त विरोध होगा।”
किसान नेताओं ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के दबाव में की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई का खुलासा कैसे हुआ? : फिरोजपुर कोर्ट (Ferozepur Court) में एक आरोपी, कमलजीत सिंह (Kamaldeep Singh), ने जमानत याचिका दायर की। जब सत्र न्यायालय (Session Court) ने याचिका खारिज की, तो यह खुलासा हुआ कि पुलिस ने जनवरी 2022 में ही 307 IPC जोड़ दी थी।
किसानों का सवाल: हिंसा नहीं हुई तो हत्या प्रयास कैसे?: किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री का काफिला केवल कुछ मिनटों के लिए रुका था।
- कोई मारपीट या हाथापाई नहीं हुई।
- प्रदर्शन शांतिपूर्ण था।
“अगर हिंसा ही नहीं हुई, तो हत्या के प्रयास (Murder Attempt) का आरोप कैसे सही है?” किसान नेताओं का यह सवाल अब बड़ा मुद्दा बन चुका है।
भारत-पाक सीमा के पास फंसे थे पीएम: सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, प्रधानमंत्री का काफिला उस दिन भारत-पाक सीमा (India-Pak Border) से मात्र 7 किमी की दूरी पर रुका था।
हुसैनीवाला बॉर्डर (Hussainiwala Border) से 30 किमी पहले प्यारेआना (Pyareana) गांव में प्रदर्शनकारियों ने काफिले को रोका।
किसानों पर ‘बलि का बकरा’ बनाने का आरोप : किसान नेताओं ने कहा कि सड़क यातायात संभालने की जिम्मेदारी पुलिस और प्रशासन की थी। “इसके बावजूद, किसानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है,” किसान नेता बलकार सिंह बैंस (Balkar Singh Bains) ने कहा।
राजनीतिक मोड़ : किसान नेताओं का मानना है कि केंद्र सरकार जानबूझकर किसानों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है।
- किसान आंदोलन (Farmers Protest) के समय से ही किसानों और सरकार के बीच टकराव जारी है।
- अब यह मामला आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) के मद्देनजर और गरमा सकता है।
PM Modi की सुरक्षा में चूक मामले ने अब नया विवाद खड़ा कर दिया है। किसानों के खिलाफ हत्या के प्रयास (307 IPC) जैसे आरोप ने इस मामले को संवेदनशील बना दिया है। किसान संगठन खुलकर विरोध कर रहे हैं। क्या यह मामला राजनीतिक एजेंडा है या न्याय की दिशा में कदम, यह देखना होगा।
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