बेंगलुरु: भारत का महत्वाकांक्षी चंद्र मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) सोमवार को कक्षा में नीचे लाए जाने की एक और सफल प्रक्रिया से गुजरने चुका है। इसके साथ ही चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह के और नजदीक पहुंच गया। बेंगलुरु में स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बताया कि चंद्रयान-3 अब चंद्रमा की निकटवर्ती कक्षा में पहुंच गया है।
Chandrayaan-3 Mission:
Orbit circularisation phase commencesPrecise maneuvre performed today has achieved a near-circular orbit of 150 km x 177 km
The next operation is planned for August 16, 2023, around 0830 Hrs. IST pic.twitter.com/LlU6oCcOOb
— ISRO (@isro) August 14, 2023
14 जुलाई को किया गया था चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण
चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण 14 जुलाई को किया गया था और पांच अगस्त को इसने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था। इसके बाद छह और नौ अगस्त को चंद्रयान को कक्षा में नीचे लाए जाने की दो प्रक्रियाओं को अंजाम दिया गया। इसरो ने ट्वीट किया कि चंद्रयान को चंद्रमा की सतह के नजदीक लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज की प्रक्रिया के बाद चंद्रयान-3 की कक्षा घटकर 150 किमी x 177 किमी रह गई है। वहीं अगली प्रक्रिया को 16 अगस्त को सुबह करीब साढ़े आठ बजे अंजाम दिए जाने की योजना है।
23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर हो सकती है सॉफ्ट लैंडिंग
इसरो ने अभियान के आगे बढ़ने पर चंद्रयान-3 की कक्षा धीरे-धीरे घटानी शुरू की तथा उसे चंद्र ध्रुव के समीप लाने की प्रक्रियाओं को अंजाम दिया। इसरो के सूत्रों के अनुसार, अंतरिक्ष यान को 100 किमी की कक्षा तक पहुंचाने के लिए एक और प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा जिसके बाद लैंडर और रोवर से युक्त ‘लैंडिंग मॉड्यूल’ आगे की प्रक्रिया के तहत प्रॅपल्शन मॉड्यूल से अलग हो जाएगा। इसके बाद लैंडर के डीबूस्ट यानी धीमे होने की प्रक्रिया से गुजरने और 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।