“Chandigarh Mayor Election 2025: चंडीगढ़ में मेयर चुनाव (Mayor Election) से पहले कांग्रेस (Congress) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने पार्षदों को बीजेपी (BJP) की हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए लुधियाना (Ludhiana) और रोपड़ (Ropar) भेजा है।”
30 जनवरी को होने वाले इस चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ चुकी है। इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) और बीजेपी के बीच यह चुनाव न केवल स्थानीय प्रशासन के लिए, बल्कि उनकी राजनीतिक ताकत का भी परीक्षण माना जा रहा है।
मुख्य मुकाबले में ये उम्मीदवार (Candidates in the Spotlight)
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में मुख्य मुकाबला AAP की प्रेमलता (Premlata) और बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला (Harpreet Kaur Babla) के बीच होगा।
- सीनियर डिप्टी मेयर पद के लिए: कांग्रेस के जसबीर सिंह बंटी (Jasbir Singh Bunty) और बीजेपी की बिमला दुबे (Bimla Dubey)।
- डिप्टी मेयर पद पर: कांग्रेस की तरुणा मेहता (Taruna Mehta) और बीजेपी के लखबीर बिल्लू (Lakhbir Billu) आमने-सामने हैं।
इंडिया गठबंधन का ‘सुरक्षा प्लान’ (INDIA Alliance’s Strategy)
पिछले दिनों कांग्रेस नेता गुरबख्श रावत (Gurbakhsh Rawat) के बीजेपी में शामिल होने के बाद इंडिया गठबंधन सतर्क हो गया है।
- कांग्रेस के पार्षद: लुधियाना (Ludhiana) में डेरा डाले हुए हैं।
- AAP के पार्षद: रोपड़ (Ropar) भेजे गए हैं।
यह कदम हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) की आशंका के चलते उठाया गया है। बीजेपी ने दावा किया है कि वह मेयर चुनाव में जीत दर्ज करेगी, हालांकि इंडिया गठबंधन के पास बहुमत है।
बीजेपी का दावा और गठबंधन की चुनौती (BJP’s Claim vs Alliance’s Strategy)
- बीजेपी ने भरोसा जताया है कि मेयर पद की कमान उनके उम्मीदवार के हाथ में आएगी।
- कांग्रेस और AAP ने एकजुटता बनाए रखने के लिए अपने पार्षदों को “सुरक्षित स्थानों” पर भेजा है।
यह चुनाव स्थानीय प्रशासन के अलावा राष्ट्रीय राजनीति में भी गठबंधन और बीजेपी के बीच ताकत का प्रदर्शन साबित हो सकता है।
चंडीगढ़ की राजनीति पर प्रभाव (Impact on Chandigarh Politics)
चंडीगढ़ मेयर चुनाव न केवल शहर के विकास बल्कि राजनीतिक समीकरणों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
- प्रशासनिक फैसले: जो भी पार्टी जीतेगी, उसका प्रभाव शहर के प्रशासनिक निर्णयों और विकास परियोजनाओं पर पड़ेगा।
- राष्ट्रीय राजनीति: यह चुनाव इंडिया गठबंधन और बीजेपी के बीच राजनीतिक शक्ति का परीक्षण साबित हो सकता है।
चुनाव का महत्व (Why This Election Matters)
चंडीगढ़वासी 30 जनवरी को होने वाले चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
- मेयर चुनाव के नतीजे न केवल शहर की दिशा तय करेंगे, बल्कि गठबंधन और बीजेपी के बीच मतभेदों को भी उजागर करेंगे।
- जनता का ध्यान इस बात पर है कि पार्षदों को “सुरक्षित स्थानों” पर भेजने की रणनीति क्या रंग लाएगी।
राजनीतिक खेल में नया मोड़ (Twist in the Political Game)
गुरबख्श रावत के बीजेपी में शामिल होने से गठबंधन को झटका जरूर लगा है, लेकिन AAP और कांग्रेस ने मिलकर बहुमत बनाए रखा है।
- राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी की आक्रामक रणनीति गठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव 2025 शहर के भविष्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। AAP और कांग्रेस द्वारा अपने पार्षदों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की रणनीति, बीजेपी की आक्रामकता और गठबंधन की एकजुटता के बीच यह चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है। 30 जनवरी को चंडीगढ़ की राजनीति का नया अध्याय शुरू होगा।
Disclaimer: यह लेख मौजूदा जानकारी और राजनीतिक विश्लेषण पर आधारित है। अंतिम निर्णय मतदाताओं और राजनीतिक घटनाओं पर निर्भर करेगा।