चंडीगढ़, 17 जुलाई (The News Air)
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश रावत से अपने सिसवां फार्म हाउस पर मुलाक़ात की। बेशक मुलाक़ात के बाद हरीश रावत ने ट्वीट किया कि वह (कैप्टन) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हर फैसला मानेंगे लेकिन सूत्रों से ख़बर सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस हाईकमान को स्पष्ट कर दिया है कि वह नवजोत सिंह सिद्धू को तब तक नहीं मिलेंगे तब तक सिद्धू उनकी एवं उनकी कारगुज़ारी के खिलाफ किए गए अपने टवीट्स पर सार्वजनिक माफी नहीं मांगते। सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिद्धू को मिलने की संभावना के बीच न केवल यह शर्त रखी है बल्कि कांग्रेस हाईकमान द्वारा प्रदेश कांग्रेस के कलह को सुलझाने के लिए निभाई जा रही भूमिका बारे में तल्ख टिप्पणी की है।
सूत्रों के मुताबिक़ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब कांग्रेस के मुद्दे को ठीक तरह से हैंडल नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक़ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निश्चित ताैर पर कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करना कांग्रेस प्रधान का अधिकार हो सकता है पर जिस तरह हाईकमान ने इस मुद्दे को हैंडल किया है वह किसी भी तरह ठीक नहीं। इस मीडिया रिपोर्ट के बाद एक बार फिर यह क्लीयर हो गया है कैप्टन-नवजोत सिद्धू विवाद अभी सुलझा नहीं हैं। उधर, पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत आलाकमान के फैसले का लिफ़ाफ़ा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सौंप आज अपराह्न दिल्ली लौट गए।