मोदी सरकार ने गुरुवार को बड़ा फैसला लेते हुए देश में सेमीकंडक्टर बनाने के प्लान को मंजूरी दे दी. कैबिनेट की मीटिंग में इससे जुड़े प्रोजेक्ट्स को मंजूर कर लिया गया. इससे देश में 300 करोड़ चिप बनाए जाने का रास्ता साफ हो गया है.
भारत के खुद से सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग का सपना अब साकार होने जा रहा है. गुरुवार को कैबिनेट मीटिंग में सरकार ने सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग की 3 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी. इसमें दो प्रोजेक्ट टाटा ग्रुप के हैं, जबकि एक प्रोजेक्ट जापान की कंपनी का है. केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस से बातचीत में इस पूरे प्लान की जानकारी दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पीएम-सूर्य घर योजना और किसानों को खाद सब्सिडी के मुद्दे पर भी निर्णय लिया गया. पीएम-सूर्य घर योजना के तहत देश के 1 करोड़ घरों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के साथ-साथ कमाई का जरिया भी मिलेगा. इस योजना पर सरकार 75,021 करोड़ रुपए खर्च करेगी.
गुजरात के धोलेरा में लगेगा सेमीकंडक्टर प्लांट
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि देश में लगने जा रहीं तीन सेमीकंडक्टर यूनिट्स में कुल 1.26 लाख करोड़ रुपए के निवेश का अनुमान है. सरकार ने जिन प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है, उनमें सीजी पावर जापान की रेनेसस इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर गुजरात में एक सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी.
वहीं टाटा सेमीकंडक्टर एसेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड असम के मोरीगांव में 27,000 करोड रुपए के निवेश से सेमीकंडक्टर संयंत्र लगाएगी. जबकि टाटा ग्रुप की ही टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट गुजरात में ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग कॉर्प के साथ मिलकर एक सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी.