BPSC (Bihar Public Service Commission) द्वारा आयोजित 70वीं परीक्षा को लेकर एक बार फिर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। राजधानी पटना में छात्रों ने 17 फरवरी को अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरकर धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में शिक्षक और यूट्यूबर खान सर (Khan Sir) भी शामिल हुए, जिन्होंने परीक्षा के रद्द होने की मांग की। छात्रों ने आरोप लगाया कि परीक्षा में अनियमितताएं थीं और पेपर लीक होने का भी संदेह था।
खान सर का चुनावी महत्वाकांक्षा से इनकार
प्रदर्शन के दौरान जब पत्रकारों ने खान सर से पूछा कि क्या इस आंदोलन के पीछे उनकी कोई चुनावी महत्वाकांक्षा है, तो खान सर ने इसका स्पष्ट जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हमारी कोई चुनावी महत्वाकांक्षा नहीं है, हमारी केवल एक ही महत्वाकांक्षा है और वह है कि BPSC (Bihar Public Service Commission) परीक्षा का पुनः आयोजन हो।” खान सर ने आगे कहा कि उनका पूरा ध्यान इस समय सिर्फ छात्रों के लिए न्याय सुनिश्चित करने पर है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को पुनर्परीक्षा करानी चाहिए, क्योंकि इससे सरकार को ही राजनीतिक लाभ होगा।
BPSC अभ्यर्थियों का मामला
BPSC के अभ्यर्थी पहले भी परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगा चुके हैं। 13 दिसंबर से छात्रों ने प्रदर्शन शुरू किया था, जब उन्होंने दावा किया कि परीक्षा के दौरान पेपर लीक हुआ था और उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी पाई गई थी। कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि उन्हें पेपर एक घंटे देरी से मिला था और कुछ ने यह भी कहा कि उत्तर पुस्तिकाएं फाड़ दी गईं, जिससे परीक्षा में अनियमितताओं का अंदाजा हुआ।
खान सर का यह बड़ा बयान
खान सर ने छात्रों के समर्थन में कहा कि उनके पास परीक्षा में हुई धांधली के पर्याप्त सबूत हैं और उन्हें यह सबूत कोर्ट में पेश किए गए हैं। उनका कहना है कि सरकार को किसी भी कीमत पर परीक्षा का पुनः आयोजन करना चाहिए। उन्होंने विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि इस आंदोलन में विपक्ष उनका साथ नहीं दे रहा है। खान सर का कहना था कि सरकार अगर छात्रों की मांगों को पूरा करती है, तो उसे इसका राजनीतिक फायदा होगा, खासकर चुनावी साल में।