भाजपा लोकसभा चुनावों से पहले ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को जेल भेजना चाहती है ताकि इंडिया अलायंस सफल न हो-आतिशी
ईडी-सीबीआई आज सिर्फ़ भाजपा का राजनैतिक हथियार, जिसका इस्तेमाल विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने के लिए किया जा रहा है-आतिशी
अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है तो समन-गिरफ़्तारियाँ बंद हो जाती है, ईडी कोर्ट में जाकर केस वापिस ले लेती है-आतिशी
केजरीवाल जी को गवाह,सस्पेक्ट, दिल्ली के सीएम, ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक, किस आधार पर समन भेजा जा रहा है? ईडी ने अबतक नहीं दिया जबाव-आतिशी
ईडी के ऐसे क्या सवाल है जिनका जबाव लिखित रूप से न देकर, सिर्फ़ ED दफ्तर में ही दिया जा सकता है?-आतिशी
ईडी अधिकारियों को भी पता है, उनका समन ग़ैर-क़ानूनी है; अगर समन का कोई क़ानूनी आधार होता तो ईडी केजरीवाल जी के चिट्ठी का जबाव क्यों नहीं देती-आतिशी
आम आदमी पार्टी एक ईमानदार पार्टी है, हमने न एक पैसे का भ्रष्टाचार न कभी किया न कभी करेंगे; इसलिए हमें भाजपा की ईडी,सीबीआई, जेल की धमकियों से डर नहीं लगता-आतिशी
भाजपा को जितने रेड करवाने है, जितने समन भिजवाने है, जितनी गिरफ़्तारियाँ करवानी है, करवा ले पर आज नहीं तो कल भाजपा की सच्चाई पूरे देश के सामने आयेगी-आतिशी
नई दिल्ली, 03 जनवरी (The News Air) ईडी द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को भेजे ग़ैर-क़ानूनी और राजनीति से प्रेरित समन पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस के माध्यम से साझा करते हुए आप नेता आतिशी ने कहा कि, भाजपा की ईडी का केजरीवाल जी को समन पूरी तरह ग़ैरक़ानूनी और राजनीति से प्रेरित, ये उन्हें लोकसभा चुनावों में प्रचार करने से रोकने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि, भाजपा ये हथकंडे अपनाकर लोकसभा चुनावों से पहले ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर विपक्षी नेताओं को जेल भेजना चाहती है ताकि इंडिया अलायंस सफल न हो। ईडी-सीबीआई आज सिर्फ़ भाजपा का राजनैतिक हथियार है, जिसका इस्तेमाल विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है तो समन-गिरफ़्तारियाँ बंद हो जाती है, ईडी कोर्ट में जाकर केस वापिस ले लेती है।
ग़ैरक़ानूनी समन पर बात करते हुए आप नेता आतिशी ने कहा कि, केजरीवाल जी को गवाह,सस्पेक्ट, दिल्ली के सीएम, ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक, किस आधार पर समन भेजा जा रहा है? ईडी ने अबतक इसका जबाव नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि, ईडी के ऐसे क्या सवाल है जिनका जबाव लिखित रूप से न देकर, सिर्फ़ ED दफ्तर में ही दिया जा सकता है? ईडी अधिकारियों को भी पता है, उनका समन ग़ैर-क़ानूनी है; अगर समन का कोई क़ानूनी आधार होता तो ईडी केजरीवाल जी के चिट्ठी का जबाव क्यों नहीं देती।
आप नेता आतिशी ने कहा कि, केंद्र सरकार की ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को तीसरी बार एक ग़ैरक़ानूनी समन भेज पेश होने को कहा है। जब 2 बार समन आया तो अरविंद केजरीवाल जी ने स्पष्ट तौर पर सवाल पूछते हुए ईडी को चिट्ठी लिखी कि, उन्हें किस वजह से बुलाया गया है। उन्हें गवाह के तौर पर बुलाया जा रहा है, सस्पेक्ट के तौर पर बुलाया जा रहा है, दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर बुलाया जा रहा है, या आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के तौर पर बुलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, तीनों बार चिट्ठी भेजने के बावजूद ईडी ने आजतक अरविंद केजरीवाल जी के सवालों का जबाव नहीं दिया। ईडी अधिकारियों को भी पता है कि उनका समन ग़ैर-क़ानूनी है। अगर इसका कोई क़ानूनी आधार होता तो ईडी अरविंद केजरीवाल जी के चिट्ठी का जबाव क्यों नहीं देती। वो स्पष्ट तौर पर समन में ये क्यों नहीं लिखती कि उन्हें क्यों बुलाया जा रहा है।
आतिशी ने कहा कि, ईडी इन सवालों का क्या ही जबाव देगी? इस मामले में अगर ईडी को सही जबाव देना पड़े तो दे तो उन्हें ये कहना पड़ेगा कि हमने ये समन इसलिए भेजा है क्योंकि हमें भाजपा के हेडक्वार्टर से आदेश आया है। भाजपा के प्रवक्ताओं ने इस समन पर प्रेस-कॉन्फ़्रेंस कर दिया है। अगर ईडी के अफ़सरों को अरविंद केजरीवाल जी के सवालों का सही जबाव देना पड़ जाता तो उन्हें कहना पड़ता कि, आज ईडी-सीबीआई राजनैतिक हथियार बनकर रह गई है जिसका इस्तेमाल विपक्ष के नेताओं पर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज सिर्फ़ इंडिया अलायंस के नेताओं पर रेड होती है, उन्हें गिरफ़्तार किया जाता है। लेकिन अगर विपक्ष का कोई भी नेता भाजपा में शामिल हो जाता है तो ईडी अपना समन वापिस ले लेती है, गिरफ़्तारियाँ बंद हो जाती है और ईडी कोर्ट में जाकर बोलती है कि हमें केस वापिस लेना है।
आतिशी ने कहा कि, अगर ईडी को सच-सच जबाव देना होता तो बताना पड़ता कि, 1.5 साल की जाँच के बावजूद, हज़ारों अफ़सर लगाने के बाद, सैकड़ों रेड के बाद भी उन्हें आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता, मंत्री के ख़िलाफ़ 1 रुपये के भ्रष्टाचार का भी सबूत नहीं मिला है न किसी के घर से, दफ़्तर से 1 रुपया मिला है।
उन्होंने कहा कि, स्वाभाविक बात है ईडी और उसके अफ़सर इतना सच नहीं बोल सकते है। इसलिए अरविंद केजरीवाल जी के सवालों का जबाव नहीं दे रहे है। ईडी को पता है ये समन अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ़्तार करने की साज़िश है और ये सिर्फ़ और सिर्फ़ आने वाले लोकसभा चुनाव की वजह से है।
लोकसभा चुनाव कुछ महीने में आने वाला है, इंडिया गठबंधन के रूप में सभी विपक्षी दल साथ आ रहे है, भाजपा की केंद्र सरकार की चैलेंज कर रहे है। इसलिए आज भाजपा ईडी-सीबीआई का इस्तेमाल कर अपने विपक्षियों को ख़त्म करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई द्वारा समन किसको भेजा जाता है? छापे किसके घर मारे जाते है? गिरफ़्तार किसे किया जाता है? सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्ष के नेताओं को। और जब विपक्ष के नेता भाजपा में शामिल हो जाते है, चाहे हेमंत विस्वा सरमा हो, सुबेंदु अधिकारी हो, छगन भुजबल हो, जैसे वो ईडी के डर से, गिरफ़्तारी के डर से भाजपा में शामिल हो जाते है तो तुरंत उनके सारे केस बंद हो जाते है।
आतिशी ने कहा कि, मैं भाजपा को ये बताना चाहती हूँ, आम आदमी पार्टी एक ईमानदार पार्टी है। न हमने एक पैसे का भ्रष्टाचार किया है और न ही कभी करेंगे। इसलिए हमें भाजपा की ईडी,सीबीआई, जेल की धमकियों से डर नहीं लगता है। भाजपा को जितनी रेड करवानी है, कर ले। जितने समन भिजवाने है, भिजवा ले। जितनी गिरफ़्तारियाँ करवानी है, करवा ले पर आख़िरकार सच्चाई आज नहीं तो कल पूरे देश के सामने आयेगी।
आम आदमी पार्टी को भाजपा की धमकियों से डर नहीं लगता है, आम आदमी पार्टी के नेताओं को जेल जाने से डर नहीं लगता है। हम भाजपा शासित केंद्र सरकार से लड़ते रहेंगे चाहे ईडी-सीबीआई की कितनी धमकियाँ आ जाए।