पंजाब,16 नवंबर (The News Air): पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने 25वें झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी आंदोलन के प्रणेता भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी है। राज्यपाल कटारिया ने श्री गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व के शुभ संयोग पर भी प्रकाश डाला तथा सत्य, सेवा और समर्पण की शिक्षाओं पर जोर दिया। राज्यपाल ने सिख परंपरा लंगर प्रथा की भी प्रशंसा की तथा निस्वार्थ सेवा और एकता के सार पर जोर दिया। उन्होंने सिख धर्म के मूल्यों और सामूहिकता तथा प्रकृति के साथ सामंजस्य की जनजातीय परंपराओं के बीच समानतायें बतायीं।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ कार्यक्रम के तहत पंजाब राजभवन में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवस मनाने की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा, “ यह कार्यक्रम विविधता में एकता को बढ़ावा देते हुए हमारे राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता के लिए आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देता है।” पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुये राज्यपाल कटारिया ने झारखंड के गठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “ यह उनकी दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प था, जो झारखंड को अस्तित्व में लाया और आदिवासी समुदाय को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अधिकारों की रक्षा करने के लिये एक मंच प्रदान किया। ”
राज्यपाल कटारिया ने 15 नवंबर, 2000 को झारखंड के गठन के बाद से हुये परिवर्तन पर प्रकाश डाला। अपने प्रचुर खनिज संसाधनों के लिये जाने जाने वाले इस राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और बुनियादी ढांचे के विकास में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक जीवंतता की भी प्रशंसा की, जो इसकी लोक कला, संगीत, नृत्य और सरहुल और कर्मा जैसे त्योहारों में परिलक्षित होती है, जो समुदाय के प्रकृति के साथ गहरे संबंध को दर्शाते हैं। राज्यपाल ने भगवान बिरसा मुंडा, तिलका मांझी, सिद्धू-कान्हू, चांद-भैरव और अल्बर्ट एक्का सहित झारखंड के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और समानता और न्याय के लिये उनके बलिदान को स्वीकार किया। उन्होंने भारत में राज्य के योगदान की भी सराहना की, जिसमें इसकी खनिज संपदा से लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, क्रिकेटर एम.एस. धोनी और मुक्केबाज अरुणा मिश्रा जैसी शानदार हस्तियां शामिल हैं। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि श्री मोदी ने आदिवासी कल्याण के लिये 6,640 करोड़ रुपये की परियोजनायें शुरू की हैं, जिसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की स्थापना भी शामिल है। उन्होंने आदिवासी गौरव दिवस पर भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में 150 रुपये के विशेष सिक्के और डाक टिकट जारी करने का भी उल्लेख किया और ‘धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान’ पर प्रकाश डाला, जिसके तहत 60,000 से अधिक आदिवासी गांवों के विकास के लिये 80,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जायेगा।