नालंदा (The News Air): बिहार (Bihar) की सियासत में घमासान मचा हुआ है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भले ही देश भर में पीएम पद के उम्मीदवार के रूप में प्रचार कर रहे हों लेकिन उनके ही राज्य में अन्य पार्टियों से समर्थन मिलने पर संशय बना हुआ है। नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि हमने उनके साथ जो वादा किया है वह तोड़ भी सकते हैं। फिलहाल पिछले दिनों जीतन राम मांझी केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की थी। जीतन राम मांझी ने साफ़ कह दिया था कि वह बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे।
नालंदा में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा यानी (Hindustani Awam Morcha) पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जीतन राम मांझी ने ऐसा बयान दिया कि बिहार में महागठबंधन को भी एक झटके में सकते में डाल दिया है। जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार ने मुझे काफी सम्मान दिया है, उन्होंने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया है लेकिन अगर ऐसी नौबत (आगामी चुनाव के समय में पार्टी और कार्यकर्ताओं के सम्मान नहीं होने की) आएगी तो हमने कार्यकर्ताओं से राय ली है और उन्होंने कहा है कि ऐसी नौबत आएगी तो हम वादा तोड़ भी सकते हैं। हम नीतीश कुमार के साथ हैं उनके साथ रहने के लिए हमने कसम खाई है लेकिन नीतीश कुमार ने हमारे साथ कुछ कमी की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेरे साथ कुछ कमी किया है। दो मंत्रालय को हटाकर एक मंत्रालय दिया। उन्होंने दोबारा विभाग देने की मांग की है। इसके साथ ही मांझी ने महागठबंधन में कॉर्डिनेशन कमेटी बनने की मांग की है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बनाए जाने वाले आयोग में पार्टी के लोगों को जगह मिलनी चाहिए।
#WATCH नीतीश कुमार ने मुझे काफी सम्मान दिया है, उन्होंने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया है लेकिन अगर ऐसी नौबत (आगामी चुनाव के समय में पार्टी और कार्यकर्ताओं के सम्मान नहीं होने की) आएगी तो हमने कार्यकर्ताओं से राय ली है और उन्होंने कहा है कि ऐसी नौबत आएगी तो हम वादा तोड़ भी सकते हैं।… pic.twitter.com/0i5OkgjVFC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 16, 2023