Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच 10,000 रुपये की महिला रोजगार योजना पर सियासी घमासान छिड़ गया है। RJD नेता तेजस्वी यादव ने इसे ‘रिश्वत’ बताते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। वहीं, बिहार सरकार ने आरोपों पर सफाई देते हुए कहा है कि यह राशि लोन नहीं, बल्कि आर्थिक सहयोग है।
सरकार की सफाई: ’10 हजार रुपये लौटाने नहीं होंगे’
बिहार सरकार ने साफ कर दिया है कि राज्य की महिलाओं को रोजगार के लिए मिले 10 हजार रुपये कभी भी वापस नहीं करने होंगे। सरकार ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही उन खबरों को गलत बताया, जिनमें इस पैसे को लोन कहा जा रहा है।
सरकार के मुताबिक, यह राशि ‘महिला रोजगार योजना’ के तहत दी जा रही है, जिसका मकसद महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करना है। यह “कर्ज” नहीं बल्कि एक “आर्थिक सहयोग” है, ताकि महिलाएं छोटा व्यापार, सिलाई-कढ़ाई या कोई अन्य रोजगार शुरू कर सकें। सरकार के अनुसार, अब तक 1.50 करोड़ महिलाओं को इस योजना से फायदा मिल चुका है।
तेजस्वी का हमला- ‘क्या चुनाव आयोग मर चुका है?’
दूसरी ओर, RJD नेता तेजस्वी यादव ने इस योजना को लेकर बीजेपी और चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाया, “क्या चुनाव आयोग अब मर चुका है?”
तेजस्वी का आरोप है कि इस बार बीजेपी हार के डर से लोगों को 10 हज़ार रुपए की रिश्वत बांट रही है। उन्होंने कहा कि यह पैसा किसी निजी फंड से नहीं, बल्कि “गरीब बिहार के सरकारी खजाने” से दिया जा रहा है।
‘ED के शिकंजे में फंसे अधिकारी बांट रहे पैसा’
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने संसाधन खर्च करने की बजाय, सरकार में मौजूद भ्रष्ट अधिकारियों के जरिए राज्य की जनता का पैसा बांट रही है। उन्होंने दावा किया कि ये वही अधिकारी हैं जो पहले से ही ईडी (ED) के शिकंजे में फंसे हुए हैं और अब चुनावों में खुलेआम गड़बड़ी कर रहे हैं।
क्या है यह 10 हजार की योजना का मामला?
यह पूरा घमासान बिहार सरकार की ‘महिला रोजगार योजना’ को लेकर है, जिसके तहत महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10,000 रुपये दिए जा रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच विपक्ष, खासकर तेजस्वी यादव, ने इस योजना की टाइमिंग और मंशा पर सवाल उठाते हुए इसे ‘वोट के लिए रिश्वत’ करार दिया है। वहीं, सरकार इसे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया गया ‘आर्थिक सहयोग’ बता रही है।
मुख्य बातें (Key Points):
- बिहार सरकार ने 10 हजार रुपये की योजना को ‘लोन’ बताने वाली खबरों को गलत बताया।
- सरकार ने कहा कि यह ‘आर्थिक सहयोग’ है, जिसे महिलाओं को वापस नहीं करना होगा।
- तेजस्वी यादव ने इस योजना को ‘रिश्वत’ बताते हुए कहा कि यह सरकारी खजाने से बांटी जा रही है।
- RJD नेता ने चुनाव आयोग पर चुप रहने का आरोप लगाते हुए पूछा- “क्या चुनाव आयोग मर चुका है?”






