GRAP Stage 4 Removed Delhi NCR : दिल्ली-एनसीआर के करोड़ों लोगों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने हवा के स्तर में सुधार को देखते हुए तत्काल प्रभाव से ग्रैप (GRAP) के चौथे चरण यानी Stage-4 की पाबंदियों को हटा दिया है। दिल्ली की हवा, जो पिछले कुछ दिनों से ‘जहरीली’ (Severe Plus) बनी हुई थी, अब सुधरकर ‘खराब’ (Poor) श्रेणी में पहुंच गई है, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।
‘सीवियर प्लस’ से सीधे ‘पुअर’ कैटेगरी में आई दिल्ली
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में सांस लेना भी दूभर हो गया था। एक्यूआई (AQI) का स्तर 450 के पार जाकर ‘सीवियर प्लस’ कैटेगरी में बना हुआ था, जिसके चलते ग्रैप-4 की सख्त पाबंदियां लागू करनी पड़ी थीं।
लेकिन अब हवा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखने को मिला है। वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक, एक्यूआई का स्तर ‘सीवियर प्लस’ से घटकर सीधे ‘Poor’ (खराब) श्रेणी में आ गया है। इस गिरावट को देखते हुए ही अधिकारियों ने सबसे सख्त नियमों (स्टेज-4) को वापस लेने का निर्णय लिया है।
खतरा अभी टला नहीं: स्टेज 1, 2 और 3 रहेंगे लागू
भले ही स्टेज-4 हट गया हो, लेकिन दिल्लीवासियों को अभी भी पूरी तरह छूट नहीं मिली है। आयोग ने साफ किया है कि प्रदूषण के स्तर में सुधार जरूर हुआ है, लेकिन स्थिति अभी भी संतोषजनक नहीं है। इसलिए, दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में GRAP Stage-1, Stage-2 और Stage-3 के तहत लागू पाबंदियां पहले की तरह जारी रहेंगी।
इसका मतलब है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जो मध्यम स्तर के उपाय किए गए थे, वे अभी भी प्रभावी रहेंगे ताकि हवा दोबारा जहरीली न हो जाए।
आम आदमी पर असर (Human Impact)
ग्रैप-4 के हटने से सबसे बड़ी राहत उन दिहाड़ी मजदूरों और ट्रांसपोर्टरों को मिलेगी जिनका काम सख्त पाबंदियों के चलते ठप पड़ गया था। ट्रकों की एंट्री और बड़े निर्माण कार्यों पर लगी कुछ रोक हटने से आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिलेगी। हालांकि, स्टेज-3 लागू होने के कारण अभी भी लोगों को निर्माण और वाहनों से जुड़े कुछ नियमों का पालन करना होगा। यह फैसला स्वास्थ्य और आजीविका के बीच संतुलन बनाने की एक कोशिश है।
विश्लेषण: राहत या चेतावनी?
एक वरिष्ठ संपादक के नजरिए से देखें तो यह सुधार मौसम की मेहरबानी ज्यादा और इंसानी कोशिश कम लगती है। ‘सीवियर प्लस’ से ‘पुअर’ तक का सफर भले ही आंकड़ों में अच्छा लगे, लेकिन ‘पुअर’ कैटेगरी भी स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है। स्टेज-4 का हटना प्रशासन की मजबूरी हो सकती है ताकि शहर की रफ्तार न थमे, लेकिन स्टेज-3 का लागू रहना यह बताता है कि खतरा अभी सिर पर मंडरा रहा है। नागरिकों को इसे ‘क्लीन चिट’ नहीं मानना चाहिए और एहतियात बरतनी चाहिए।
जानें पूरा मामला
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक होने पर सीएक्यूएम (CAQM) ग्रैप सिस्टम लागू करता है। जब एक्यूआई 450 के पार जाता है तो स्टेज-4 (सबसे सख्त) लागू होता है। हाल ही में हवा की गुणवत्ता में सुधार आया है, जिसके बाद समीक्षा बैठक में स्टेज-4 हटाने का फैसला लिया गया। हालांकि, बाकी तीन चरण अभी भी लागू रहेंगे ताकि प्रदूषण को नियंत्रित रखा जा सके।
मुख्य बातें (Key Points)
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Decision: दिल्ली-एनसीआर से GRAP Stage-4 की पाबंदियां हटा ली गई हैं।
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Reason: वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘सीवियर प्लस’ से सुधरकर ‘Poor’ श्रेणी में आ गया है।
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Restrictions: ग्रैप के Stage-1, Stage-2 और Stage-3 के नियम अभी भी दिल्ली-एनसीआर में लागू रहेंगे।
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Status: प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली है।






