Bikramjit Singh Majithia Drug Case : पंजाब (Punjab) के पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया (Bikramjit Singh Majithia) से जुड़े ड्रग रैकेट मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इस केस में कोर्ट (Court) ने स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम (SIT) को 50 जगहों पर छापेमारी करने की अनुमति दे दी है। SIT ने इसके लिए आवश्यक वारंट भी हासिल कर लिया है, जिससे अब जांच प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है।
लोकेशंस का खुलासा नहीं
SIT ने अभी उन स्थानों का खुलासा नहीं किया है जहां पर छापेमारी की जाएगी। टीम का कहना है कि यदि लोकेशंस का खुलासा किया गया तो आरोपी सतर्क हो सकते हैं और कार्रवाई प्रभावित हो सकती है। इस केस पर अब अगली सुनवाई 3 मई को निर्धारित की गई है। इससे पहले कई महीनों से इस मामले में धीमी कार्रवाई पर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन अब तेजी दिख रही है।
मान सरकार के आने के बाद बदली गई SIT
जब पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार बनी थी, तब इस हाई-प्रोफाइल केस की जांच कर रही पुरानी SIT को बदल दिया गया था। नई टीम अब IG गुरशरन सिंह संधू (Gursharan Singh Sandhu) की सुपरविजन में काम कर रही है। इस नयी SIT के प्रमुख के रूप में IPS अधिकारी एस. राहुल (S. Rahul) को नियुक्त किया गया है।
टीम में AIG रणजीत सिंह ढिल्लो (Ranjit Singh Dhillon), DSP रघुवीर सिंह (Raghuveer Singh) और DSP अमरप्रीत सिंह (Amarpreet Singh) शामिल हैं। यह नई टीम मजीठिया के खिलाफ ड्रग रैकेट मामले में पुख्ता सबूत इकट्ठा करने और सख्त कार्रवाई के लिए काम कर रही है।
पुरानी SIT पर लगे गंभीर आरोप
इससे पहले बनी SIT, जो कि AIG बलराज सिंह (Balraj Singh) के नेतृत्व में काम कर रही थी, पर सवाल उठे थे। अकाली दल (Shiromani Akali Dal) ने आरोप लगाया था कि मजीठिया पर केस दर्ज करने के बदले बलराज सिंह के बेटे को प्रमोशन डील में फायदा पहुंचाया गया था। इन आरोपों के चलते पुरानी SIT की विश्वसनीयता पर सवाल उठे और नई टीम का गठन किया गया। अब राज्य सरकार और SIT दोनों इस हाई-प्रोफाइल मामले को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
इस पूरी कार्रवाई से साफ है कि मजीठिया पर शिकंजा कसता जा रहा है और आने वाले दिनों में ड्रग केस में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।