Bengaluru Mall: क्या भारत एक ऐसी जगह है जहां किसी को धोती पहनने की वजह से मॉल में घुसने ना दिया जाए। लेकिन कुछ ऐसा ही बेंगलुरु के एक शॉपिंग मॉल में हुआ है। बेंगलुरु के एक मॉल में 70-75 साल के किसान फकीरप्पा में सिर्फ इसलिए एंट्री नहीं मिली क्योंकि उन्होंने धोती पहनी थी। फकीरप्पा अपने बेटे के साथ मॉल गए थे जहां सिक्योरिटी ने उन्हें धोती पहनने की वजह से मॉल में घुसने नहीं दिया। फकीरप्पा ने धोती, कुर्ती और सिर पर गमछा लपेट कर पगड़ी बांधी थी। यह मामला 16 जुलाई शाम 6 बजे का है जब उन्हें बेंगलुरु के मागड़ी मेन रोड के GT Mall में एंट्री से रोक दिया था।
फकीरप्पा के बेटे ने इस घटना को अपने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया था। इस वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि सिक्योरिटी सुपरवाइजर मॉल की एंट्री पर उन्हें रोक रहे हैं। अगर आप इस वीडियो को देखेंगे तो साफ सुन सकते हैं कि मॉल के सुपरवाइजर क्या कह रहे हैं। मॉल के सुपरवाइजर ने कहा, “मॉल के नियमों के मुताबिक, धोती पहनकर कोई एंट्री नहीं कर सकता है। अगर वो किसान पैंट पहनकर आते हैं तभी मॉल में दाखिल हो सकते हैं।”
यह मामला तूल पकड़ने के बाद फकीरप्पा के बेटे मिस्टर नागराज ने कहा, “मैं चाहता था कि मैं अपने पिता को मल्टीप्लेक्स में फिल्म दिखाना चाहता था।”
फकीरप्पा ने कहा, “कैसे गांव से आया कोई आदमी मूवी देखने के लिए धोती छोड़कर पैंट पहन सकता है।” मीडिया से बात करते हुए फकीरप्पा ने कहा, “मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं। किसान हूं लेकिन पढ़ाई की अहमियत जानता हूं। मैंने अपने पांचों बच्चों को पढ़ाया है। सब अब अच्छी जगहों पर हैं। लेकिन मैं अपनी संस्कृति, ड्रेसिंग स्टाइल को मॉल जाने के लिए नहीं छोड़ सकता हूं।”
किसानों ने दी प्रदर्शन की धमकी
कर्नाटक फेडरेशन ऑफ फारमर यूनियंस के स्टेट प्रेसिडेंट कुरुबुरु शांताकुमार ने कहा कि बेंगलुरु के मॉल में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। मॉल के मैनेजमेंट को तुरंत माफी मांगनी चाहिए और ड्रेस कोड के नियम को बदलना चाहिए। मॉल के मैनेजमेंट ने धोती पहनने की वजह से किसी को एंट्री नहीं दी। हजारों किसान मॉल पहुंच जाएंगे तो उन्हें रोक कर दिखाएं
इस साल फरवरी में भी एक किसान को टिकट होने के बाद भी नम्मा मेट्रो में एंट्री नहीं करने दिया क्योंकि उसने धोती पहनी थी। BMRCL ने बाद में उस सिक्योरिटी सुपरवाइज को बर्खास्त कर दिया था।