The News Air – (नई दिल्ली) भारतीय क्रिकेट में कप्तानी को लेकर शुरू हुई “स्टार वॉर” की लपटें हर गुज़रते पल के साथ फैलती जा रही हैं। विराट कोहली को वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने पर शुरू हुआ विवाद लगातार नया टर्न ले रहा है।
एक सीनियर BCCI अधिकारी ने साफतौर पर कहा है कि विराट कोहली को सितंबर में ही बता दिया गया था कि WHITE BALL क्रिकेट में टीम के दो कप्तान नहीं रखे जाएंगे। विराट ने इसके बावज़ूद ख़ुद ही टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी।
सीनियर अधिकारी का यह बयान विराट कोहली की तरफ़ से बुधवार को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद आया। विराट ने BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के उस दावे को ग़लत बताया, जिसमें गांगुली ने कहा था कि विराट को टी-20 की कप्तानी छोड़ने से रोका गया था। विराट ने यह आरोप लगाया कि वनडे कप्तानी से हटाए जाने की सूचना उन्हें साउथ अफ़्रीका के लिए टेस्ट टीम घोषित करने से 90 मिनट पहले ही दी गई।
क्या बोले BCCI के अधिकारी
विराट के इस बयान के बाद BCCI के एक सीनियर अधिकारी ने नाम ज़ाहिर न करने की शर्त पर बताया कि विराट से सितंबर में ही कप्तानी पर बात कर ली गई थी। उन्हें तभी टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने से रोकने की कोशिश हुई थी। जब वे नहीं माने, तो तभी उन्हें चेतावनी दे दी गई थी कि WHITE बॉल क्रिकेट में टीम के दो अलग-अलग कप्तान नहीं हो सकते हैं। वनडे और टी-20 में एक ही कप्तान रखा जाएगा।
बोर्ड ने नहीं कहा था कोहली टी-20 की कप्तानी छोड़े
पूर्व भारतीय कप्तान और अब बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने विराट कोहली के वनडे कप्तानी को लेकर कुछ दिन पहले कहा था, ‘विराट को वनडे कप्तानी से हटाए जाने का फ़ैसला BCCI और चयनकर्ताओं ने मिलकर लिया है। BCCI ने विराट से टी-20 की कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था, लेकिन वह सहमत नहीं हुए।’
गांगुली ने कहा, ‘चयनकर्ताओं का मानना था कि लिमिटेड ओवर्स के फॉर्मेट में दो अलग-अलग कप्तान नहीं होने चाहिए। इसलिए ये फ़ैसला लिया गया। अब विराट टेस्ट कप्तान बने रहेंगे और रोहित वनडे, टी-20 की कमान संभालेंगे।’
अब विराट ने क्या कहा?
विराट ने बुधवार को इस सवाल के जवाब में कहा, ‘मैंने BCCI को बताया कि मैं टी-20 की कप्तानी छोड़ना चाहता हूं, जब मैंने ऐसा किया तो बोर्ड ने मेरी इस बात को बहुत अच्छे ढंग से स्वीकार किया। उस समय बोर्ड के किसी अधिकारी में कोई झिझक नहीं थी। किसी ने मुझसे कप्तानी जारी रखने के लिए नहीं कहा था। बोर्ड ने मुझसे बोला कि यह एक अच्छा क़दम है।’