India Pakistan Tension : भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच बढ़ते तनाव के बीच इस्लामाबाद की ओर से सावधानी बरतने के संकेत साफ नजर आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) के नेतृत्व वाली पाकिस्तान सरकार ने अपने मंत्रियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे भारत को लेकर कोई गैर जरूरी या उत्तेजक बयानबाजी न करें। हाल ही में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) और उप प्रधानमंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) समेत कई वरिष्ठ नेताओं के बयान तनाव को बढ़ावा देने वाले थे, जिसके बाद सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू की है।
सीएनएन न्यूज18 (CNN News18) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान सरकार ने अपने मंत्रियों से कहा है कि वे ऐसे किसी भी बयान से बचें जिससे भारत-पाक के बीच तनाव और गहराए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान यह बात समझ रहा है कि देश पहले से ही गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और ऐसे में भारत से सैन्य तनाव की स्थिति उसके लिए खतरनाक हो सकती है।
22 अप्रैल को हुए पहलगाम (Pahalgam) हमले के तार पाकिस्तानी आतंकवादियों से जुड़ने की खबरों ने इस डर को और बढ़ा दिया है। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इस हमले में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ हो सकता है, जिससे भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई की आशंका प्रबल हो गई है।
इंडिया टुडे (India Today) की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने सियालकोट (Sialkot) सेक्टर में रडार सिस्टम को सक्रिय करना शुरू कर दिया है ताकि वह संभावित एयर स्ट्राइक की गतिविधियों का समय रहते पता लगा सके। इसके अलावा फिरोजपुर (Firozpur) के सामने के इलाकों में भी पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों में तेज़ी देखी जा रही है।
पाकिस्तान ने हाल ही में छोर कैंट (Chor Cantt) में टीपीएस-77 (TPS-77) मल्टी रोल रडार की तैनाती की है, जो एयर ट्रैफिक और संभावित खतरे पर नजर रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह रडार सीमा से केवल 58 किलोमीटर की दूरी पर तैनात किया गया है। इसके साथ ही उत्तरी पाकिस्तान में लाहौर (Lahore) और रावलपिंडी (Rawalpindi) के पास, साथ ही कराची (Karachi) के आसपास भी एयर मूवमेंट बढ़ने की खबरें हैं।
पाकिस्तान की यह तैयारी इस बात का संकेत है कि उसे बालाकोट (Balakot) जैसी किसी जवाबी कार्रवाई का डर है। भारत की ओर से यदि कोई ठोस कदम उठाया गया तो पाकिस्तान को उसकी रणनीतिक तैयारी में चूक भारी पड़ सकती है। फिलहाल, स्थिति बेहद संवेदनशील है और दोनों देशों की सेनाएं अलर्ट मोड में हैं।








