- आपके हिंदू और दलित उपमुख्यमंत्री कहां हैं? बाजवा ने पूछा
चंडीगढ़, 14 अप्रैल (The News Air) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने शुक्रवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश के दिन पूर्व मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को विजीलैंस ब्यूरो कार्यालय में तलब करने के लिए भगवंत मान सरकार की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा, ‘यह एक दलित नेता का खुला अपमान है। उन्होंने 20 अप्रैल को विजीलैंस ब्यूरो के समक्ष पेश होने के लिए समय मांगा था। विजीलैंस ब्यूरो इंतजार क्यों नहीं कर सका? बाजवा ने कहा।
बाजवा ने यह भी पूछा कि क्या आप के शीर्ष नेतृत्व या शायद भगवंत मान द्वारा कुछ निर्देश दिए गए थे कि विजीलैंस ब्यूरो को एक दलित नेता के साथ-साथ उस समुदाय का अपमान करने के लिए 14 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री को तलब करना चाहिए, जिससे वह संबंधित हैं।
बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार के साथ-साथ विजिलेंस ब्यूरो ने ऐसा केवल कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने के इरादे से किया है।
उन्होंने कहा, ‘हर कोई जानता है कि विजीलैंस ब्यूरो के प्रमुख सीधे भगवंत मान को रिपोर्ट करते हैं. विजीलैंस ब्यूरो ने चन्नी के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था और उन्हें 20 अप्रैल को आने की अनुमति दे दी थी, जो भगवंत मान को पसंद नहीं आया।
बाजवा ने कहा कि चन्नी कोई दुर्दांत अपराधी नहीं है जिसे 20 अप्रैल को तलब किया गया होता तो वह भाग गया होता। कुछ समय विदेश में रहने के बाद वह खुद पंजाब आ गए हैं। वे अच्छी तरह जानते थे कि उन्हें धमकाया जा सकता है।
बाजवा ने भगवंत मान और उनके सलाहकार अरविंद केजरीवाल से यह भी पूछा कि हिंदू और दलित समुदायों से आने वाले उपमुख्यमंत्री कहां हैं, उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान क्या वादा किया था।
आप नेतृत्व ने सत्ता में रहने के एक साल बाद भी हिंदू और दलित समुदायों के उपमुख्यमंत्री नियुक्त नहीं करके पंजाब के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। केजरीवाल और मान दोनों को जवाब देना चाहिए कि उनकी मजबूरी क्या है और उन्होंने ऐसा झूठा वादा क्यों किया।






