Anna Hazare Hunger Strike को लेकर एक बार फिर बड़ा अपडेट सामने आया है। वयोवृद्ध समाज सेवी अन्ना हजारे ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अब बात आर-पार की होगी। उन्होंने ऐलान किया है कि अगर राज्य में सशक्त लोकायुक्त कानून लागू नहीं होता है, तो वे 30 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन कोई सांकेतिक प्रदर्शन नहीं, बल्कि “अंतिम सांस” तक चलने वाला संघर्ष होगा।
सरकार के आश्वासन से टूटा भरोसा
अन्ना हजारे ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि देश और समाज कानून के आधार पर चलता है। उन्होंने याद दिलाया कि उनके प्रयासों से पहले भी 10 कानून बने हैं, जिनमें ‘सूचना का अधिकार’ (RTI) जैसा महत्वपूर्ण कानून शामिल है, जिसका लाभ आज आम जनता को मिल रहा है।
अन्ना का कहना है कि राज्य में एक सशक्त ‘लोकायुक्त कायदा’ (Lokayukta Act) होना बेहद जरूरी है। इस मुद्दे पर सरकार के साथ उनकी कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। सरकार ने उन्हें कानून लाने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन अब तक लोकायुक्त कानून अस्तित्व में नहीं आया है। इसी वादे खिलाफी से आहत होकर उन्होंने अब कड़ा कदम उठाने का फैसला किया है।
‘जीने की इच्छा नहीं, समाज ही जीवन’
अपने इरादों को जाहिर करते हुए अन्ना ने बेहद भावुक होकर कहा कि अगर सशक्त लोकायुक्त कानून नहीं आता, तो उन्हें जीने की कोई इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा जीवन समाज और देश की भलाई के लिए समर्पित है।
अपनी सादगी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पास खुद के लिए कुछ नहीं है—सिर्फ सोने के लिए एक बिस्तर और खाने के लिए एक प्लेट है। उनका यह अनशन खुद के लिए नहीं, बल्कि समाज की भलाई और एक मजबूत कानून के लिए है। उन्होंने साफ किया कि यह केवल एक घोषणा नहीं है, बल्कि जब तक शरीर में प्राण हैं, तब तक वे इस अनशन पर डटे रहेंगे।
गांधी पुण्यतिथि पर अपने गांव से आगाज
इस आंदोलन के लिए अन्ना हजारे ने 30 जनवरी की तारीख चुनी है। यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि है। अन्ना ने कहा कि गांधी जी उनके आदर्श हैं, इसलिए वे इसी दिन से अपने अनशन की शुरुआत करेंगे।
यह अनशन ‘सिद्ध’ (Siddh) स्थित यादव बाबा मंदिर (Yadav Baba Mandir) में होगा, जो उनका पैतृक स्थान (Native Place) है। अन्ना ने भावुक होते हुए कहा कि उनका जन्म भी वहीं हुआ है और अब अगर कानून नहीं बना, तो उनकी मृत्यु भी वहीं होगी।
मुख्य बातें (Key Points)
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अनशन की तारीख: 30 जनवरी (महात्मा गांधी की पुण्यतिथि) से आमरण अनशन शुरू होगा।
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मुख्य मांग: राज्य में सशक्त लोकायुक्त कानून (Strong Lokayukta Act) तुरंत लागू किया जाए।
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स्थान: यादव बाबा मंदिर, सिद्ध (अन्ना का पैतृक गांव)।
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अंतिम चेतावनी: अन्ना ने कहा कि जब तक शरीर में प्राण रहेंगे, तब तक अनशन जारी रहेगा।






