Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा का सत्र आज फिर शुरू हुआ, लेकिन इस बार सदन का नजारा पूरी तरह बदला-बदला दिखा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सभी 48 विधायक सदन में मौजूद थे, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से केवल ओखला (Okhla) से विधायक अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) ही दिखाई दिए। बाकी 21 आप विधायकों को निलंबित कर दिया गया है, जिसके चलते सदन में विपक्ष का मैदान लगभग खाली नजर आया।
विधानसभा में अकेले बैठे अमानतुल्लाह खान, विपक्ष ने बाहर किया प्रदर्शन
सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन के अंदर विपक्ष पूरी तरह से नदारद दिखा। 25 फरवरी को स्पीकर विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) ने आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। इस निलंबन के बाद आम आदमी पार्टी के नेता आतिशी (Atishi) के नेतृत्व में सभी विधायक विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर पुलिस AAP विधायकों को विधानसभा परिसर में घुसने नहीं दे रही है। उन्होंने इसे गैर-लोकतांत्रिक और असंवैधानिक बताते हुए कहा कि देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है कि किसी चुने हुए विधायक को सदन में जाने से रोका जाए। उन्होंने यह भी कहा कि संसद में निलंबित सांसदों को गांधी प्रतिमा के नीचे विरोध करने की अनुमति दी जाती है, लेकिन दिल्ली विधानसभा में ऐसा क्यों नहीं हो रहा?
अमानतुल्लाह खान कैसे बचे निलंबन से?
25 फरवरी को विधानसभा में हंगामा हुआ था, जब आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सीएम ऑफिस में बाबा साहेब आंबेडकर (B. R. Ambedkar) और भगत सिंह (Bhagat Singh) की तस्वीर हटाने के आरोप को लेकर प्रदर्शन किया। इस हंगामे के बाद स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने आप के 21 विधायकों को निलंबित कर दिया।
लेकिन अमानतुल्लाह खान इस कार्रवाई से बच गए, क्योंकि वे 25 फरवरी को सदन में मौजूद ही नहीं थे। दरअसल, उनके खिलाफ जामिया नगर (Jamia Nagar) थाने में हत्या के आरोपी को भगाने के आरोप में केस चल रहा था। इस वजह से वे 25 फरवरी को विधानसभा सत्र में भाग नहीं ले सके। हालांकि, अब दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) ने उन्हें इस मामले में अग्रिम जमानत दे दी है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ।
आज कोर्ट के आदेश के बाद अमानतुल्लाह खान विधानसभा में अकेले विपक्षी विधायक के रूप में मौजूद रहे, जबकि उनके साथी बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।