UPI Banking Update – अगर आप Google Pay, PhonePe या Paytm जैसे UPI ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं या आपका बैंक खाता मोबाइल नंबर से लिंक है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने निर्देश दिया है कि 1 अप्रैल 2024 से उन सभी बैंक खातों और UPI सेवाओं को बंद कर दिया जाएगा, जो इनएक्टिव मोबाइल नंबरों से जुड़े हैं।
इस फैसले के पीछे क्या वजह है?
NPCI ने बैंकों और डिजिटल पेमेंट कंपनियों को 31 मार्च 2024 तक उन सभी मोबाइल नंबरों को सिस्टम से हटाने का निर्देश दिया है, जो लंबे समय से उपयोग में नहीं हैं। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इनएक्टिव या रीसाइकिल किए गए मोबाइल नंबर ट्रांजैक्शन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
अगर किसी नंबर का इस्तेमाल 90 दिनों तक वॉयस कॉल, SMS या डेटा के लिए नहीं किया जाता है, तो वह इनएक्टिव हो जाता है। टेलीकॉम कंपनियां ऐसे नंबरों को नए यूजर्स को री-इश्यू कर देती हैं। इस कारण जब कोई नया व्यक्ति इस नंबर का इस्तेमाल करता है, तो बैंकिंग और UPI ट्रांजैक्शन में सुरक्षा संबंधी समस्याएं खड़ी हो सकती हैं।
किन यूजर्स पर पड़ेगा असर?
- जिन लोगों के मोबाइल नंबर 90 दिनों से इनएक्टिव हैं।
- जिन यूजर्स ने अपना पुराना मोबाइल नंबर बंद कर नया नंबर लिया है लेकिन बैंक और UPI ऐप में अपडेट नहीं किया है।
- जिनका नंबर रीसाइकिल हो चुका है और अब किसी दूसरे व्यक्ति को मिल चुका है।
कैसे करें अपना बैंकिंग और UPI अकाउंट एक्टिव?
- अगर आपका नंबर इनएक्टिव हो गया है, तो उसे जल्द से जल्द रिचार्ज करें और कम से कम एक कॉल या SMS भेजें।
- अगर आपने नया मोबाइल नंबर लिया है, तो उसे बैंक और UPI ऐप्स में तुरंत अपडेट करें।
- अपने बैंक खाते से लिंक किए गए सभी मोबाइल नंबरों की जांच करें और अनावश्यक नंबरों को हटा दें।
1 अप्रैल के बाद क्या होगा?
- NPCI के नए नियम के तहत, 1 अप्रैल 2024 के बाद हर हफ्ते इनएक्टिव और रीसाइकिल किए गए नंबरों को बैंकिंग और UPI सिस्टम से हटा दिया जाएगा।
- अगर आपका नंबर इनएक्टिव है, तो आपको बैंकिंग ट्रांजैक्शन करने में दिक्कत हो सकती है।
- UPI ऐप्स पर लेन-देन फेल हो सकता है और आपको दोबारा बैंक से संपर्क करना पड़ सकता है।
अगर आप बिना किसी परेशानी के बैंकिंग और UPI सेवाओं का लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द अपने मोबाइल नंबर की स्थिति की जांच करें। यह कदम UPI फ्रॉड और लेन-देन में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए उठाया गया है। इसलिए 31 मार्च से पहले ही अपने बैंक और UPI ऐप्स में मोबाइल नंबर अपडेट करना न भूलें।