Health Tips for Addiction : क्या आप या आपके परिवार का कोई सदस्य नशे की बुरी लत में फंसा है? शराब, बीड़ी, सिगरेट या गुटखा छोड़ने की तमाम कसमें खाने के बावजूद ‘तलब’ (Craving) पर काबू नहीं हो पा रहा? अगर हां, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आयुर्वेद और होम्योपैथी में इसका इतना आसान और सस्ता इलाज मौजूद है, जिसके बारे में शायद ही लोग जानते हों।
मशहूर आयुर्वेद प्रचारक राजीव दीक्षित के अनुसार, नशा छोड़ने के लिए किसी महंगे नशामुक्ति केंद्र जाने की जरूरत नहीं है। आपकी रसोई में मौजूद अदरक और होम्योपैथी की एक छोटी सी शीशी इस जानलेवा आदत को हमेशा के लिए खत्म कर सकती है।
क्यों लगती है बार-बार तलब?
विशेषज्ञों के अनुसार, जब किसी व्यक्ति के शरीर में Sulphur (गंधक) नामक रसायन की मात्रा कम हो जाती है, तो उसे बार-बार नशा करने की तीव्र इच्छा या तलब होती है। चाहे वह बीड़ी हो, सिगरेट हो या शराब। अगर हम शरीर में इस Sulphur की कमी को पूरा कर दें, तो नशा करने की इच्छा अपने आप खत्म हो जाएगी।
अदरक का चमत्कारी नुस्खा
राजीव दीक्षित बताते हैं कि अदरक (Ginger) में Sulphur भरपूर मात्रा में होता है। इसे इस्तेमाल करने का तरीका बेहद सरल है:
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अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें।
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इन पर नींबू निचोड़ें और थोड़ा सा काला नमक छिड़कें।
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अब इन टुकड़ों को धूप में अच्छे से सुखा लें।
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सूखने के बाद इसे अपनी जेब में रखें।
जब भी बीड़ी, सिगरेट या गुटखा खाने का मन करे, तो एक टुकड़ा मुंह में डालें और उसे टॉफी की तरह चूसते रहें (चबाएं नहीं)। अदरक का रस जैसे ही लार के साथ मिलकर खून में जाएगा, Sulphur की पूर्ति होगी और नशा करने की तलब तुरंत शांत हो जाएगी। अगर 15-20 दिन लगातार ऐसा किया जाए, तो लत हमेशा के लिए छूट सकती है।
सिर्फ 5 रुपये की होम्योपैथिक दवा
अगर कोई अदरक का इस्तेमाल नहीं कर सकता, तो होम्योपैथी में भी इसका पक्का इलाज है। होम्योपैथी दवा की दुकान से Sulphur नाम की दवा (Liquid Dilution) खरीदी जा सकती है।
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Sulphur 200: सामान्य नशा (बीड़ी, सिगरेट, थोड़ी शराब) करने वालों के लिए।
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Sulphur 1000: बहुत ज्यादा और पुराने शराबियों (Heavy Drinkers) के लिए।
इस्तेमाल का तरीका: सुबह खाली पेट जीभ पर इस दवा की सिर्फ एक बूंद डालें। ऐसा लगातार 3 दिन करें। 50-60% लोगों की लत सिर्फ इन तीन खुराकों में छूट जाती है।
जो लोग बहुत ज्यादा शराब पीते हैं, उन्हें Sulphur 1000 की एक बूंद हफ्ते में एक बार (जैसे हर रविवार) देनी चाहिए। डेढ़-दो महीने में उनकी शराब पूरी तरह छूट सकती है। यह दवा इतनी सस्ती है कि 5 रुपये की शीशी में कई लोगों का भला हो सकता है। इसे पानी में मिलाकर भी शराबी को बिना बताए दिया जा सकता है।
मन को मजबूत करने का तरीका
कई बार मन की कमजोरी के कारण लोग दोबारा नशा शुरू कर देते हैं। इसके लिए एक आसान ‘प्राणायाम’ बताया गया है। सुखासन में बैठकर, दाहिनी नाक (Right Nostril) बंद करें और सिर्फ बाईं नाक (Left Nostril) से सांस लें और छोड़ें। इसे ‘चंद्र नाड़ी’ क्रिया कहते हैं।
रोजाना 5 मिनट ऐसा करने से मन की संकल्प शक्ति (Will Power) बढ़ती है और व्यक्ति आसानी से नशे को ‘ना’ कह पाता है।
जानें पूरा मामला
यह जानकारी राजीव दीक्षित के एक पुराने व्याख्यान पर आधारित है, जहां वे स्वदेशी चिकित्सा और आसान घरेलू नुस्खों के जरिए जटिल समस्याओं का समाधान बताते थे। उनका मानना था कि शरीर की रसायन प्रक्रिया (Chemistry) को समझकर हम बड़ी से बड़ी लत को बिना किसी साइड इफेक्ट के ठीक कर सकते हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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Sulphur Deficiency: शरीर में सल्फर की कमी ही नशे की तलब का मुख्य कारण है।
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Ginger Remedy: अदरक, नींबू और काले नमक का मिश्रण सल्फर की कमी को पूरा कर तलब रोकता है।
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Homeopathy: Sulphur 200 की एक बूंद (3 दिन तक) या Sulphur 1000 (हफ्ते में एक बार) शराब छुड़ाने में कारगर है।
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Cost Effective: यह इलाज बेहद सस्ता है और इसे घर पर आसानी से किया जा सकता है।
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Breathing Exercise: बाईं नाक से सांस लेने (चंद्र नाड़ी) से मन की शक्ति बढ़ती है।






