Delhi Air Pollution GRAP-3 Restrictions: देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में एक बार फिर सांसों पर संकट गहरा गया है। हवा की गुणवत्ता खतरनाक ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुँचते ही प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का तीसरा चरण लागू कर दिया है, जिसके तहत शहर में कई सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं।
दिल्ली की फिजाओं में शनिवार सुबह से ही जहर घुला हुआ महसूस किया गया। सुबह 10 बजे शहर का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 401 दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद चिंताजनक है।
चारों तरफ घनी धुंध और स्मोक की चादर लिपटी हुई है, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। इस जहरीली हवा के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ और आँखों में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
‘आपात बैठक और ग्रैप-3 का फैसला’
लगातार बिगड़ते इन हालातों को देखते हुए सेंट्रल एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की उप-समिति ने तत्काल एक आपात बैठक बुलाई।
बैठक में स्थिति की गंभीरता को समझते हुए यह फैसला लिया गया कि दिल्ली-एनसीआर में तुरंत प्रभाव से ग्रैप के स्टेज-3 के तहत आने वाले प्रतिबंधों को लागू किया जाए, ताकि प्रदूषण के स्तर को और अधिक खतरनाक सीमा में जाने से रोका जा सके।
‘पुरानी गाड़ियों और निर्माण पर सख्त बैन’
ग्रैप-3 लागू होते ही दिल्ली में हर तरह के निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके साथ ही, सड़कों पर प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी बड़ी कार्रवाई की गई है। अब दिल्ली में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों के संचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी। औद्योगिक उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए भी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
‘स्कूलों और दफ्तरों के लिए सलाह’
बढ़ते प्रदूषण के जोखिम से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों को हाइब्रिड मोड पर चलाने की सलाह दी गई है। इसका मतलब है कि छोटी कक्षाओं के बच्चों के लिए एक बार फिर घर से ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प खुल सकता है।
इसके अलावा, सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों को भी कम स्टाफ के साथ काम करने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला सरकार को लेना है कि क्या पिछली बार की तरह कर्मचारियों को ‘वर्क फ्रॉम होम’ दिया जाएगा या नहीं।
‘विंटर वेकेशन पर विचार और अपील’
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बोर्ड परीक्षाओं वाले छात्रों को छोड़कर बाकी कक्षाओं के लिए विंटर वेकेशन (सर्दी की छुट्टियों) का ऐलान जल्दी किया जा सकता है, ताकि बच्चे प्रदूषण की सीधी मार से बच सकें।
प्रशासन ने आम लोगों से भी सहयोग की अपील की है। लोगों से कहा गया है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें और अगर बाहर निकलना बहुत जरूरी हो, तो मास्क पहनकर ही निकलें। एनसीआर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और अन्य एजेंसियों को हालात पर लगातार नजर बनाए रखने और तुरंत प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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दिल्ली का औसत AQI 401 दर्ज, हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंची।
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CAQM ने तत्काल प्रभाव से दिल्ली-एनसीआर में GRAP-3 लागू किया।
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निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों के साथ BS-3 पेट्रोल व BS-4 डीजल वाहनों पर रोक।
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स्कूलों को हाइब्रिड मोड पर चलाने और दफ्तरों में स्टाफ कम करने की सलाह।






