Ahmedabad Plane Crash : एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट एआई-171 (AI 171) की अहमदाबाद (Ahmedabad) एयरपोर्ट के पास हुए दुर्घटना के बाद चार मुख्य कारणों पर जांच तेज़ी से चल रही है। गुरुवार दोपहर हुए इस हादसे में 242 यात्रियों में से 241 लोगों की मौत हो गई, जबकि एकमात्र जीवित यात्री का बयान अब जांच के केंद्र में है। विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और मेघाणी नगर (Meghaninagar) स्थित एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल मेस पर गिरने से जमीन पर भी कई लोग घायल हुए।
आज सुबह क्रैश साइट से एक शव और मानव अंगों के हिस्से बरामद किए गए। मृतकों की पहचान के लिए 200 से अधिक डीएनए सैंपल एकत्र किए गए हैं। अब तक 5 शवों के अवशेष पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। फ्लाइट एआई-171 लंदन (London) के लिए रवाना हुई थी, लेकिन टेकऑफ के बाद यह हादसा हो गया।
जांच एजेंसियां चार प्रमुख एंगल्स पर काम कर रही हैं—बर्ड हिट (Bird Hit), डबल इंजन फेल्योर (Double Engine Failure), ईंधन में गंदगी (Fuel Contamination) और अधिक वजन (Overweight)। विशेषज्ञ इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि क्या विमान की मेंटेनेंस या मरम्मत में कोई चूक हुई थी। फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और रडार डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि तकनीकी कारणों का सटीक अनुमान लगाया जा सके।
एकमात्र जीवित बचे यात्री ने बताया कि टेकऑफ के एक मिनट के भीतर ऐसा लगा जैसे विमान की शक्ति खत्म हो गई थी। उसकी बातों से संकेत मिलता है कि इंजन की पावर कट हो गई थी, जिससे विमान तेजी से आगे झुकते हुए गिर गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह बयान जांच को निर्णायक दिशा देने वाला हो सकता है।
ब्लैक बॉक्स (Black Box) की खोज भी जोरों पर है। अहमदाबाद अग्निशमन विभाग (Ahmedabad Fire Department) की टीम मेघाणी नगर में दुर्घटनास्थल पर मलबे के नीचे ब्लैक बॉक्स ढूंढने के लिए मेटल कटर जैसे उपकरणों के साथ काम कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि अब तक विमान से कोई डिजिटल वीडियो रिकॉर्डिंग डिवाइस नहीं मिली है, लेकिन मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर (DVR) को पुलिस ने जब्त कर लिया है, जिनसे भी महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
गर्मी के मौसम में पतली हवा एविएशन के सिस्टम को प्रभावित करती है, इस बिंदु को ध्यान में रखते हुए ईंधन की कुल मात्रा, यात्रियों और सामान का सटीक अनुमान भी जांच में शामिल है। हादसे की गहन जांच से यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि विमान दुर्घटना का असली कारण क्या था और क्या यह रोका जा सकता था।