पंजाब सरकार के खिलाफ आंदोलन 28 से, बैक डोर से 3 काले कृषि कानून लागू कर रही AAP

फरीदकोट (The News Air) पंजाब के फरीदकोट में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसानों के भारी विरोध के चलते केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानूनों को लागू करने से अपने कदम पीछे खींच लिए थे, लेकिन वर्तमान पंजाब सरकार उन्हीं कानून को बैक डोर से लागू कर रही है, जिसके क्रम में पंजाब सरकार ने बड़े व्यापारियों के प्लांटों को मंडी मान लिया है। किसानों को वहां पर अपनी फसल बेचने के लिए बाध्य किया जा रहा है। इससे पंजाब में मंडीकरण खत्म हो जाएगा और पंजाब भर में लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

36 मंडियों में हो रही गेहूं की खरीद

प्रदेश सरकार पर यह गंभीर आरोप किसान नेता डल्लेवाल द्वारा बुधवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान लगाए गए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ 28 अप्रैल से पंजाब में बड़े आंदोलन की घोषणा की। डल्लेवाल ने कहा कि पंजाब सरकार ने अडानी के साइको प्लांट व दूसरे बड़े व्यापारियों के प्लांटों को मंडी मान लिया है। इस प्रकार की 36 मंडियों में गेहूं की खरीद भी हो रही है।

बड़ी संख्या में शहीद हुए थे किसान भाई

इससे बड़ी संख्या में मजदूर, आढ़ती, ट्रैक्टर-ट्रॉली, ट्रक व मंडी से जुड़े लाखों मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी ट्रिपल कानून की आड़ में यही कुछ लागू करना चाहती थी। तीन कृषि कानून को रद्द करवाने में बड़ी संख्या में हमारे किसान भाई शहीद हो गए और अब पंजाब सरकार पिछले दरवाजे से इसे लागू कर रही है।

कृषि मंत्री के घर के बाहर चल रहा धरना

हालांकि, प्रदेश सरकार के इस फैसले के विरोध में किसानों का धरना कृषि मंत्री के घर के बाहर चल रहा है, परंतु 28 अप्रैल से इसे बड़े स्तर पर पूरे पंजाब में शुरू किया जा रहा है।

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