The News Air – (चंडीगढ़) दिग्गज अकाली नेता बिक्रम मजीठिया पर मोहाली में FIR दर्ज़ होने के बाद पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू भी सामने आए हैं। सिद्धू ने इसे पहला क़दम बताया। सिद्धू ने कहा कि यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है, जो वर्षों तक इस गंभीर मुद्दे पर सोए रहे। सिद्धू ने पंजाब के नए कार्यकारी DGP सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय की भी पीठ थपथपाई। सिद्धू ने कहा कि ईमानदार अफ़सरों को पावरफुल कमान देने का यह नतीजा आया है।
पंजाब में बादल फैमिली और कैप्टन करप्ट सिस्टम चला रहे थे
सिद्धू ने कहा कि साढ़े 5 साल बादल फैमिली और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में करप्ट सिस्टम चलाया, जिसमें एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट(ED) और स्पेशल टास्क फोर्स(STF) की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। आख़िरकार अब इस मामले में ईमानदार अफ़सरों को कमान देने से पहला क़दम ले लिया गया है।
4 साल से मांग कर रहा था, सज़ा पूरी होने तक पीछा नहीं छोड़ूंगा
सिद्धू ने कहा कि पंजाब पुलिस की क्राइम ब्रांच में मजीठिया के ख़िलाफ़ केस दर्ज़ कर लिया है। सिद्धू ने मजीठिया को पंजाब में ड्रग तस्करी का मुख्य आरोपी क़रार दिया। फरवरी 2018 में STF रिपोर्ट के आधार पर यह केस दर्ज़ किया गया है, जिसके लिए वह पिछले 4 साल से मांग कर रहे थे। जब तक ड्रग माफ़िया के मुख्य दोषी को सज़ा देने तक न्याय नहीं हो सकता। जब तक सज़ा नहीं मिलती, वह लड़ते रहेंगे।
सिद्धू की ज़िद पर पहले एजी बदला, फिर डीजीपी
पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू लगातार बेअदबी और ड्रग्स का मुद्दा उठाते रहे। सिद्धू ने ज़िद पर पहले एडवोकेट एपीएस देयोल को एडवोकेट जनरल के पद से हटाया। उनकी जगह पर सिद्धू के कहे मुताबिक़ ही एडवोकेट डीएस पटवालिया को नया AG बनाया गया। इसके बाद सिद्धू ने डीजीपी की कुर्सी से इक़बाल प्रीत सहोता को हटवाया। उनकी जगह सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी लगाया गया, जिसके बाद अचानक यह कार्रवाई हुई है।