तमिलनाडु, 26 दिसंबर (The News Air): तमिलनाडु के प्रतिष्ठित अन्ना यूनिवर्सिटी में छात्रा के साथ हुई यौन उत्पीड़न की घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया है। घटना के बाद जहां छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया, वहीं राजनीतिक दलों ने इसे लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
क्या हुआ था? : घटना 23 दिसंबर की रात की है। पीड़ित छात्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि जब वह अपने दोस्त के साथ कैंपस में बातचीत कर रही थी, तब एक व्यक्ति ने उसके साथ यौन उत्पीड़न किया।
- आरोपी: पुलिस ने 37 वर्षीय गणसेकरन को गिरफ्तार किया है, जो यूनिवर्सिटी के पास फुटपाथ पर बिरयानी बेचता था।
- जांच: पुलिस ने कहा कि वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर गणसेकरन को हिरासत में लिया गया और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने बनाई चार टीमें : घटना की गंभीरता को देखते हुए, ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने चार विशेष टीमें गठित कीं। पुलिस ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ मिलकर सुरक्षा उपायों की समीक्षा शुरू कर दी है।
- सीसीटीवी का मुद्दा: आरोप है कि घटना के समय यूनिवर्सिटी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे।
छात्र संगठनों का प्रदर्शन : स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वुमन एसोसिएशन (AIDWA) ने इस घटना के खिलाफ यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने मांग की कि आरोपियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- विपक्ष का हमला: अन्नाद्रमुक महासचिव ई. के. पलानीस्वामी ने घटना को शर्मनाक बताते हुए डीएमके सरकार पर कानून-व्यवस्था की विफलता का आरोप लगाया।
- सत्तारूढ़ दल का जवाब: उच्च शिक्षा मंत्री गोवी चेझियान ने विपक्ष पर राजनीतिकरण का आरोप लगाया और कहा कि राज्य सरकार ने मामले में त्वरित कार्रवाई की है।
- बीजेपी का हमला: भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके शासन में महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
आगे की कार्रवाई : पुलिस ने सभी संदिग्धों की पहचान के लिए जांच का दायरा बढ़ा दिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की बात कही है।