Premanand Maharaj : सुबह का समय शास्त्रों और संतों ने सबसे पवित्र और ऊर्जावान माना है। संत प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि जो व्यक्ति सूर्योदय से पहले या उसके साथ जागता है, उसके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। हाल ही में एक प्रवचन के दौरान उन्होंने बताया कि देर तक सोने की आदत इंसान से उसकी तीन सबसे कीमती चीजें छीन लेती है।
महाराज जी के अनुसार, जो लोग सूर्योदय के बाद भी सोते रहते हैं और सूर्यदेव को नमन नहीं करते, वे धीरे-धीरे अपनी प्राकृतिक और मानसिक शक्तियों को खोने लगते हैं। सूर्य की पहली किरणें शरीर को नई ऊर्जा देती हैं और मन को प्रसन्न रखती हैं, लेकिन देर तक सोने वाले लोग प्रकृति के इस वरदान से वंचित रह जाते हैं।
1. चेहरे का तेज खत्म हो जाता है
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि देर तक सोने से चेहरे का प्राकृतिक तेज (Glow) घटने लगता है। सुबह की ताजी हवा और सूर्य की पहली किरणें शरीर की कोशिकाओं को नया जीवन देती हैं, जिससे चेहरे पर एक अलग ही चमक आती है। देर तक सोने वालों में यह नैसर्गिक आभा धीरे-धीरे गायब हो जाती है।
2. शरीर का आकर्षण और ताजगी छिन जाती है
दूसरी बात, जो व्यक्ति समय पर नहीं उठता, उसके शरीर से आकर्षण और ताजगी खत्म होने लगती है। ऐसे लोगों के शरीर में दिनभर सुस्ती, भारीपन और थकान बनी रहती है। इससे न सिर्फ शरीर का संतुलन बिगड़ता है, बल्कि मन भी उदास और अस्थिर रहने लगता है।
3. आत्मविश्वास और कर्मशीलता में कमी
तीसरा और सबसे बड़ा नुकसान यह है कि देर से उठने वाले व्यक्ति का आत्मविश्वास और काम करने की क्षमता (कर्मशीलता) कम होने लगती है। ऐसा व्यक्ति अक्सर दिनभर हड़बड़ी में रहता है, समय पर अपने काम पूरे नहीं कर पाता और धीरे-धीरे उसकी सोचने-समझने की शक्ति भी कमजोर पड़ जाती है।
मुख्य बातें (Key Points):
- प्रेमानंद महाराज ने देर तक सोने के तीन बड़े नुकसान बताए हैं।
- देर तक सोने से चेहरे का प्राकृतिक तेज और चमक खत्म हो जाती है।
- शरीर में सुस्ती रहती है और आकर्षण कम होने लगता है।
- व्यक्ति का आत्मविश्वास गिरता है और काम करने की क्षमता कमजोर पड़ जाती है।






