गुजरात, 11 अक्टूबर (The News Air) आम आदमी पार्टी ने भाजपा की केंद्र और गुजरात सरकार को कपास किसानों की जायज मांगे तत्काल पूरी करने की अपील की है। साथ ही, चेतावनी दी है कि अगर रविवार को शाम 5 बजे से पहले मांगों नहीं पूरी की गई तो आम आदमी पार्टी बोटाद मार्केटिंग यार्ड में महापंचायत कर किसानों की आवाज बुलंद करेगी। गुजरात प्रभारी गोपाल राय ने कहा कि किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए भाजपा सरकार की पुलिस ने किसान नेता राजूभाई करपड़ा समेत “आप” के कई नेताओं को उठा ले गई और उन्हें बंद कर रखा है। एक तरफ तो पीएम मोदी दावा करते हैं कि वो किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे और दूसरी तरफ अमेरिकी कपास पर इंपोर्ट ड्यूटी जीरो कर दिया है। जिसके चलते हमारे किसानों को सही दाम नहीं मिल रहा है। अगर किसानों को उनका हक नहीं मिलता है तो यह आंदोलन गुजरात की सभी मंडियों में किया जाएगा।
शनिवार को “आप” मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर गोपाल राय ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार वहां के किसानों के हितों के खिलाफ लगातार काम कर रही है और विरोध करने वालों के खिलाफ दमन की कार्रवाई कर रही है। गुजरात के बोटाद मार्केटिंग यार्ड में किसान अपनी कपास बेचने जाते हैं। इस यार्ड में किसानों का स्थानीय स्तर पर शोषण हो रहा है। शुक्रवार को इस शोषण के खिलाफ हजारों किसान बोटाद मार्केटिंग यार्ड पहुंचे और आंदोलन शुरू किया। किसान उचित दाम और शोषण बंद करने की मांग कर रहे थे। शुक्रवार को किसानों का आंदोलन दिन-रात चला, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी। उल्टा, रात के अंधेरे में करीब 3-4 बजे भाजपा सरकार की पुलिस ने आम आदमी पार्टी के किसान नेता राजूभाई करपड़ा सहित कई किसानों को जबरन उठा लिया। बाकी किसानों को गेट बंद कर तालों में कैद कर दिया गया। अभी भी वे यार्ड में किसान डटे हैं, लेकिन उन तक खाना-पानी भी नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। राजूभाई करपड़ा को पुलिस रात भर घुमाती रही और आंदोलन खत्म नहीं करने पर किसानों को दमन और बर्बाद करने की धमकियां दी जा रही है।
गोपाल राय ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री मोदी ऐलान करते हैं कि किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे और दूसरी तरफ अमेरिका से आने वाली कपास पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी खत्म कर देते हैं। गुजरात के सौराष्ट्र में सबसे अधिक कपास की खेती होती है। पहले से ही किसानों को कपास के कम दाम मिल रहे हैं। अमेरिका भारत के ऊपर जबरदस्ती 50 फीसद टैरिफ थोप दिया और इसके जवाब में केंद्र सरकार अमेरिकी कपास पर लगने वाले 11 फीसद इंपोर्ट ड्यूटी को जीरो कर दिया। अब जब गुजरात के किसानों की कपास की फसल तैयार हो गई है और किसान इसे लेकर मंडियों में जाने लगे हैं तो वहां उनका शोषण हो रहा है। किसानों को कपास का कम दाम देने का दबाव बनाया जा रहा है, नहीं मानने पर उनकी कपास नहीं खरीदी जा रही है। जब इसके खिलाफ किसानों ने आंदोलन शुरू किया तो भाजपा की गुजरात सरकार पुलिस के दम पर आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रही है।
गोपाल राय ने कहा कि किसानों को सिर्फ बोटाद मार्केटिंग यार्ड में ही कपास के कम दाम नहीं मिल रहा है, बल्कि गुजरात की सभी मंडियों में किसानों के साथ इसी तरफ का धोखा हो रहा है। किसानों को अपना मॉल बेचने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। मंडियों में लंबी लाइनें लग रही हैं और कोई सुनने वाला नहीं है। इसी तरह, कुछ दिन पहले नॉर्थ गुजरात के साबर डेयरी में किसान अपनी मांगों को लेकर गए तो उनका दमन करने के लिए उनके ऊपर आंसू गैस छोड़े गए, लाठियां चलाई गईं और उनकी आवाज को कुचलने की कोशिश की गई।
गोपाल राय ने कहा कि गुजरात प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का गृह राज्य गुजरात है। आम आदमी पार्टी पीएम मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा से अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को मानने की अपील करती है। किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसानों की मांगे पूरी नहीं की जाती है तो आम आदमी पार्टी रविवार को शाम 5 बजे बोटाद मार्केटिंग यार्ड में किसान महापंचायत करेगी। महापंचायत में “आप” गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम नेता हिस्सा लेंगे। सरकार हमें गिरफ्तार करना चाहेगी तो हम अपनी गिरफ्तारी भी देंगे। अगर साकार लाठी चलाएगी तो लाठी भी खायेंगे, लेकिन किसानों के हक की लड़ाई पुलिस के दम पर नहीं रुकने देंगे। सरकार से अपील है कि किसानों की मांगों पर तुरंत संज्ञान लेकर उसका समाधान किया जाए और किसानों का दमन चक्र रोक जाए। अगर गुजरात की भाजपा सरकार किसानों की जायज मांगे नहीं मानी, तो पंचायत के बाद आम आदमी पार्टी इस आंदोलन को सभी मार्केटिंग यार्डों तक लेकर जाएगी। सरकार जब तक किसानों की मांग नहींपुरी करती है, आम आदमी पार्टी का यह आंदोलन जारी रहेगा।






