नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (The News Air)
कांग्रेस की पंजाब इकाई में तो उठापटक मची ही है, साथ ही अब पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने मुंह खोलने शुरू कर दिए हैं। ये नेता अपनी ही पार्टी यानि कांग्रेस को ही सुनाने में लगे हैं। बरहाल, बात पंजाब कांग्रेस की करते हैं। यहां कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जहां कांग्रेस को छोड़ने का ऐलान कर दिया है, वहीं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़े बैठे सिद्धू को समझाने की कोशिश चल रही है। सिद्धू को अध्यक्ष पद पर बने रहने को कहा जा रहा है।
दरअसल, सिद्धू को विधानसभा चुनाव के मौके पर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई और ऐसे में उन्होंने इस जिम्मेदारी से बीच में ही मुंह फेर लिया। यह मानना है कि सिद्धू अगर अध्यक्ष पद पर नहीं लौटते हैं तो आगामी विधानसभा चुनाव पर इसका असर पड़ सकता है।विधानसभा चुनाव के पहले अब फिर से अध्यक्ष पद पर किसी और को बैठाना ठीक नहीं माना जा रहा है। वो बात अलग है कि सिद्धू न माने तो फिर तो किसी को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपनी ही पड़ेगी। फिलहाल, सिद्धू से बातचीत चल रही है।
जहां, इसी कड़ी में बीते गुरूवार को खुद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सिद्धू को पंजाब कांग्रेस भवन चंडीगढ़ में बातचीत के लिए आमंत्रित किया था। सिद्धू इस बातचीत के लिए आये भी… काफी देर तक बातचीत चली| इस दौरान खबर भी यह आई कि सिद्धू के मुद्दों पर विचार किया गया है। जल्द ही कोई फैसला सामने आयेगा।
बातचीत के बाद अब दिल्ली आ रहे चन्नी…..
कांग्रेस हाईकमान के लिए उसकी पंजाब इकाई सिरदर्दी बन गई है, क्योंकि यहां उठापटक समाप्त ही नहीं हो रही है। कबतक ऐसा चलता रहेगा। फिलहाल, इस उठापटक के बीच अब एक बार फिर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी दिल्ली आ रहे हैं। वह कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात करेंगे| माना जा रहा है कि चन्नी सिद्धू को लेकर कांग्रेस हाईकमान से बातचीत करेंगे। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में क्या फैसला सामने आता है।
ज्ञात रहे कि, चन्नी ने सोमवार को कैबिनेट बैठक भी बुलाई है। यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि चन्नी ने ऐलान किया था कि हर मंगलवार को कैबिनेट बैठक हुआ करेगी लेकिन एक दिन पहले अचानक से कैबिनेट बैठक बुलाना….. इस बैठक पर सबकी नजर है|