नई दिल्ली, 24 फरवरी (The News Air) : लोकसभा चुनाव में अब चंद महीने ही रह गए हैं। ऐसे में विपक्षी पार्टियों का गठबंधन इंडिया लगातार प्लानिंग जुटा है। कई बैठकों और सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनने के बाद गठबंधन से कई साथी अलग भी हुए। इनमें नीतीश कुमार की जेडीयू, जयंत चौधरी की आरएलडी समेत कई दल INDI अलायंस से दूर हुए। हालांकि, अब इंडिया गठबंधन के लिए कुछ राहत भरी खबरें आई हैं। खास तौर पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा में गठबंधन को लेकर बात बन चुकी है। इंडी अलायंस में शामिल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली, गुजरात, हरियाणा राज्यों में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला जारी कर दिया है। इसी तरह यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन का ऐलान हो चुका है। वहीं अब जानकारी ये भी मिल रही कि पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी और कांग्रेस के बीच सकारात्मक बातचीत जारी है। ऐसे में दोनों दलों के बीच गठबंधन पर जल्द फैसले के आसार बन सकते हैं।
ममता के साथ गठबंधन पर खुलकर बोले अधीर रंजन : पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के साथ गठबंधन पर खुलकर अपनी बात रखी है। उन्होंने बताया कि TMC दुविधा में हैं। पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से आधिकारिक तौर पर हां या ना होनी चाहिए। वे आधिकारिक तौर पर यह नहीं कह रहे कि गठबंधन बनाने की प्रक्रिया खत्म हो गई है, ऐसा इसलिए हो रहा क्योंकि वे दुविधा में हैं। पहली दुविधा, पार्टी के एक वर्ग का मानना है कि अगर वे INDIA गठबंधन के बिना अकेले चुनाव लड़ते हैं, तो पश्चिम बंगाल के अल्पसंख्यक उनके खिलाफ मतदान करेंगे।
कांग्रेस नेता ने बताया कहां फंस रहा पेंच : अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि टीएमसी का एक वर्ग चाहता है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रहे। वहीं एक और वर्ग इस दुविधा में है कि अगर गठबंधन को बंगाल में ज्यादा महत्व दिया गया तो मोदी सरकार उनके खिलाफ ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल करेगी। इन दोनों दुविधाओं के कारण टीएमसी कोई स्पष्ट निर्णय नहीं ले पा रही है। इसी दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस-टीएमसी गठबंधन पर बड़ा खुलासा भी किया। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि दिल्ली में अलायंस को लेकर कुछ बातचीत हुई हो, लेकिन मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
जयराम रमेश बोले- TMC संग चल रही बात : अधीर रंजन के बयान से साफ होता है कि पश्चिम बंगाल में अभी भी पेंच फंसा हुआ है। तृणमूल कांग्रेस लगातार कह रही कि वो गठबंधन नहीं करेगी। हालांकि, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि टीएमसी के साथ बातचीत चल रही है। ममता बनर्जी का कांग्रेस सम्मान करती है। टीएमसी मुखिया ने भी कहा कि हम इंडिया गठबंधन को मजबूत करना चाहते हैं। टीएमसी और कांग्रेस में तू-तू, मै-मैं होती रहती है। हम ममता बनर्जी की इज्जत करते हैं। हमने ही उन्हें सांसद बनाया और उन्होंने जब नई पार्टी बनाई उसमें भी कांग्रेस है। भले ही अलग पार्टी उन्होंने बनाई हो लेकिन वो दिल से कांग्रेसी ही हैं। जयराम रमेश ने आगे ये भी जोड़ा कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और राष्ट्रीय लोकदल को छोड़कर इंडिया अलायंस में शामिल दो दर्जन पार्टियां एकजुट हैं।
यूपी में क्या है सपा के साथ सीट शेयरिंग फॉर्मूला : बंगाल में भले ही कांग्रेस अभी कह रही हो कि बात चल रही लेकिन लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इंडिया गठबंधन को कई राज्यों में गुड न्यूज मिली है। खास तौर से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से कांग्रेस संग गठबंधन का ऐलान किया गया। सूबे की 80 लोकसभा सीटों के लिए सीट शेयरिंग फॉर्मूला सामने आ चुका है। इसमें कांग्रेस 17 सीटों पर तो समाजवादी पार्टी 62 सीटों पर दावेदारी करेगी। एक सीट चंद्रशेखर आजाद को देने की चर्चा हो रही। हालांकि, सपा-कांग्रेस में गठबंधन पर पहले अखिलेश ने इनकार किया था। हालांकि, सूत्रों की मानें तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सपा मुखिया अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत हुई। इसी के बाद दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की राह फिर बनी। अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल ने गठबंधन होने पर खुशी जताई।
दिल्ली में कांग्रेस-AAP के बीच डील डन : दिल्ली में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच डील फाइनल हो गई। कांग्रेस के दिग्गज नेता मुकुल वासनिक ने गठबंधन का ऐलान किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली की 7 लोकसभा सीट में 4 पर AAP तो 3 सीट पर कांग्रेस दावेदारी करेगी। आप-कांग्रेस के सीट शेयरिंग पर गौर करें तो अरविंद केजरीवाल की पार्टी नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली से अपने उम्मीदवार उतारेगी। वहीं, कांग्रेस उत्तर पश्चिम दिल्ली, उत्तर-पूर्वी और चांदनी चौक सीट पर अपना कैंडिडेट उतारेगी।
गुजरात में भी AAP-कांग्रेस साथ : यूपी दिल्ली के साथ-साथ गुजरात और हरियाणा में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में सीट बंटवारे पर फैसला हो गया। गुजरात की 26 सीटों में कांग्रेस 24 और आम आदमी पार्टी दो सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने भरूच लोकसभा सीट पर दावेदारी जीत ली है। कांग्रेस ने ये सीट AAP को दी है। इसके अलावा भावनगर सीट भी आम आदमी पार्टी को मिली है। इसके अलावा गुजरात की सभी 24 सीट पर कांग्रेस दावेदारी करेगी।
हरियाणा में एक सीट पर AAP करेगी दावेदारी : हरियाणा में भी सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान हो चुका है। सूबे की 10 लोकसभा सीट में एक पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ेगी। बाकी 9 सीट पर कांग्रेस दावेदारी करेगी। आम आदमी पार्टी को कुरुक्षेत्र सीट मिली है। वहीं चंडीगढ़ और गोवा में भी आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सपोर्ट का ऐलान किया है। दोनों ही जगह कांग्रेस दावेदारी नहीं करेगी। हालांकि, पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में बात नहीं बनी है। ऐसे में यहां दोनों पार्टियों के अलग-अलग दावेदारी की चर्चा है।