मुंबई: महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (MVA) के घटक दलों ने 40 सीटों पर फैसला ले लिया है। सिर्फ आठ सीटों पर फैसला होना बाकी रह गया है। फरवरी के अंत तक महाविकास आघाड़ी की तरफ से यह ऐलान हो जा सकता है कि कौन सा घटक दल, कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा? सीट शेयरिंग में तस्वीर साफ होने के बाद शिवसेना ने राज्य में 18 सीटों के लिए लोकसभा कोआर्डीनेटर का ऐलान कर दिया था। पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी ने महाराष्ट्र को लेकर अलर्ट हो गई है। चव्हाण ने कहा था कि सीट शेयरिंग पर काम तेज गति से नहीं हो रहा था। अब एमवीए के घटक दल अब सीट शेयरिंग को जल्द पूरा करना चाहते हैं, ताकि समय रहते हुए तैयारियों को शुरू किया जा सके। महाराष्ट्र में पार्टी को कोई और नुकसान नहीं पहुंचे इसके लिए प्रभारी रमेश चेन्निथला और सह प्रभारी आशीष दुआ मुंबई में डटे हुए हैं।
किस हिसाब से बंटवारा? : एनसीपी-शरदचंद्र पवार और शिवसेना यूबीटी को उनके मजबूत क्षेत्रों में अधिक सीटें दी जाएंगे। मुंबई और काेंकण में शिवसेना यूबीटी को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं तो वहीं वेस्टर्न महाराष्ट्र में एनसीपी-SP को अधिक सीटें मिलेंगी। MVA में विनेबिलिटी को ही आखिरी क्राइटेरिया तय किया गया है? कांग्रेस समेत दो अन्य घटक लोकसभा चुनावों को लेकर प्रकाश आंबेडकर को साथ लेने के लिए तैयार हैं, महाविकास आघाड़ी के साथ चुनाव लड़ने पर अंतिम फैसला आंबेडकर ही करेंगे। पार्टी उनके अगुवाई वाले वंचित बहुजन आघाड़ी को दो सीटें देने को तैयार है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कोई भी एक सीट गठबंधन के बीच विवाद का कारण नहीं बनेगी। सीट शेयरिंग की बातचीत पर उल्लेखनीय प्रगति हो चुकी है। बस कुछ सीटें बाकी हैं जहां पर सीट शेयरिंग को लेकर फैसला होना बाकी रह गया है।