नई दिल्ली: कोरोना वायरस का एक नया वेरिएंट EG.5.1 तेजी से फैल रहा है, जिसे एरीस का नाम दिया गया है। बीते दिनों पहले कोरोना का वह खौफनाक मंजर आज भी आंखों के सामने नजर आता है। भले ही दुनियाभर में अब कोरोना के मामले थम गए है, लेकिन आज भी दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से इसके नए-नए वेरिएंट का केस सामने आता रहते है।
बता दें कि, ब्रिटेन से एक ऐसा ही खबर सामने आया है,कोरोना वायरस का नया वेरिएंट जिसे एरिस EG.5.1का नाम दिया गया है। येतेजी से अपना पैर पसार रहा है, क्योंकि ब्रिटेन में अब सर्दियों का मौसम शुरू होने वाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, नया वेरिएंट ओमिक्रॉन का ही हिस्सा है। ब्रिटेन में इस नए वेरिएंट को लेकर पिछले महीने ही जानकारी मिली थी। जिसके बाद से वहां के प्रशासन अलर्ट हो गई है।
पहला मामला 3 जुलाई को आया था
ब्रिटेन में इसका पहला मामला 3 जुलाई को आया था। भारत में जो भी बाहर से लोग आ रहे हैं, उनकी खास स्कैनिंग की जा रही है। ये वेरिएंट काफी अलग है। ब्रिटेन में यह चिंता जताई जा रही है कि, सर्दियों में इसके मामले तेजी से फैलेंगे।
आने वाले दिनों में एरिस के मामले की बढ़ने की उम्मीद
यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसीके मुताबिक, कोरोना वायरस के वेरिएंट के 7 ऐसे मामले आए हैं, जो कि एरीस वेरिएंट से जुड़े हुए हैं। अपडेट के मुताबिक, कोविड के कुल मामलों में से 14 प्रतिशत मामले को सिर्फ एरीस वेरिएंट से जुड़े हुए मिले हैं। यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी का कहना है कि, पिछले सप्ताह से इसकी तुलना करें, तो कोविड-19 के केश में हर हफ्ते तेजी से फैल रहे हैं। रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम की रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक 4 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं, जिसमें से 5.4 प्रतिशत मामले कोविड के सामने आए है। पिछली रिपोर्ट में 4 हजार से ज्यादा टेस्ट में 3.7 प्रतिशत कोविड के ही मामले थे।
कोरोना के नए वेरिएंट एरिस के लक्षण
संक्रमित लोगों में इसके लक्षणों मेंठंड लगकर बुखार आना, खांसी, कफ जैसे पाये गए थे। सबसे आम बात यह है, कि इसमें अक्सर निमोनिया के लक्षण भी दिखाई देते हैं। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी पाए जाते हैं। इसलिए समय रहते डॉक्टर से सलाह जरूरी लें।






