स्थानीय मीडिया से बातचीत में महिला ने कहा कि उन्होंने छत पर आवाज सुनी। अगले ही पल पसलियों में झटका लगा। शुरू में लगा कि कोई जानवर है जैसे-चमगादड़। फिर वह चीज देखी, तो लगा कि सीमेंट है। लेकिन उसका कोई रंग नहीं था। यह घटना फ्रांस के उत्तर-पूर्व में शिरमेक के कम्यून की बताई जा रही है। महिला की पहचान सामने नहीं आई है।
घटना के बाद महिला और उनका दोस्त एक छत निर्माण वाले के पास गए। उसने बताया कि वो चीज सीमेंट से नहीं बनी। महिला ने एक भूविज्ञानी थिएरी रेबमैन को वह रहस्यमयी चीज दिखाई। तब पता चला कि वह उल्कापिंड है। जो टुकड़े बरामद किए गए, उनका द्रव्यमान 4 औंस के बराबर है। भूविज्ञानी ने भी यह कन्फर्म किया कि ऐसी चीजों का लोगों से टकराना बहुत दुर्लभ होता है।
न्यूजवीक ने नासा (Nasa) के हवाले से लिखा है कि धरती पर रोजाना 50 टन उल्कापिंड मटीरियल गिरने के अनुमान है, लेकिन ज्यादातर हिस्सा समुद्र में गिरता है। धरती पर यह गिर भी जाए, तो यहां की चट्टानों से इनकी पहचान करना मुश्किल होता है, क्योंकि उल्कापिंड और चट्टानें एक जैसी लगती हैं।
रिपोर्ट कहती है कि उल्कापिंड की इंसान से टक्कर का पहला मामला 70 साल पहले अमेरिका में सामने आया था। अलबामा निवासी एक महिला 8 पाउंड वजनी उल्कापिंड की चपेट में आ गई थी और उन्हें गंभीर चोट लगी थी।






