फरीदकोट (The News Air) पंजाब के फिरोजपुर में मूसलाधार बारिश से सतलुज दरिया का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सतलुज-ब्यास दरिया स्थित हरिके हेड से हुसैनीवाला हेड की ओर 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे फिरोजपुर व पाकिस्तान के हिस्से में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। फिरोजपुर में सतलुज के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जीरो लाइन स्थित हुसैनीवाला हेड के सभी गेटों को खोल दिया गया है।
ताकि बाढ़ का पानी पाकिस्तान की ओर तेजी से जा सके। परंतु जिस प्रकार से ऊपरी हिस्सों में बारिश हो रही है, उसे देखकर लग रहा है, अगले 24 घंटे में जिले में सतलुज दरिया में ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी होगा। हुसैनीवाला हेड की क्षमता लगभग दो लाख क्यूसेक की है, इससे ज्यादा पानी होने पर निचले हिस्से के अलावा ऊपरी हिस्सों में भी बाढ़ जैसी स्थित उत्पन्न होगी।

BSF के अधिकारियों से बात करते फिरोजपुर DC राजेश धीमान।
सीमा प्रहरियों को भी उठानी पड़ रही परेशानी
सतलुज दरिया के लगातार बढ़ रहे जल स्तर के कारण दरिया के निचले हिस्सों में धान व सब्जियों की फसल पूरी तरह से डूब चुकी है। यही नहीं सरहद पर सुरक्षा के लिए बीएसएफ की ओर से लगाई गई फैंसिंग भी कई जगह पर बाढ़ के पानी की चपेट में आ चुकी है, जिससे सीमा प्रहरियों को भी तरह-तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों को सतर्क रहने की दी सलाह
हालांकि जिला प्रशासन व बीएसएफ द्वारा लगातार ऐहतियात बरती जा रही है और दरिया से सटे गांवों के लोगों को चौकस रहने की सलाह दी गई है। फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान द्वारा बाढ़ प्रभावित हिस्सों का दौरा किया गया और प्रबंधों का जायजा भी लिया गया। इस दौरान उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा भी लिया।
हालांकि अब तक राहत की बात है कि कुछ एक गांवों को छोड़ दिया जाए तो बाढ़ का पानी ज्यादा गांवों में नहीं फैला है।
कई बार सतलुज दरिया भारत-पाकिस्तान सीमा करती है क्रॉस
भारत-पाकिस्तान के मध्य स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा को सतलुज दरिया हरिके हेड से निकले के बाद कई बार क्रॉस करती है। हरिके हेड से निकलने के बाद बस्ती राम लाल के पास से सतलुज दरिया दो हिस्सों में बंट जाती है, जिसमें से एक धारा हुसैनीवाला हेड की ओर चला आता है। जबकि, दूसरी धारा पाकिस्तान के कसूर जिले में चली जाती है।

सतलुज में आई बाढ़ से डूबी सब्जियों की फसल।
पाकिस्तान के कसूर जिले में पहुंचने के बाद सतलुज दरिया की कई शाखाएं हो जाती हैं, जो कि भारत में फिरोजपुर जिले के ही टेंडीवाला, गट्टी राजोके आदि गांवों से होते हुए पहली वाली सतलुज की धारा में मिलती है, जिसके बाद यह सतुलज नदी फिरोजपुर जीरो लाइन पर स्थित हुसैनीवाला हेड से पाकिस्तान में प्रवेश करती है, जो कि फिर फिरोजपुर जिले में ममदोट के पास वापस भारत में आती है।
बाढ़ आने पर ही सतलुज में दिखता है पानी
फिर पाकिस्तान में चली जाती है, जिसके बाद वह भारत के फाजिल्का जिले में आती है, उसके बाद वह पाकिस्तान में घुसती है, जो कि पाकिस्तान के विभिन्न प्रांतों से होते हुए अरब सागर में जाकर गिरती है। परंतु इस दरिया में बाढ़ आने पर ही हरिके हेड से आगे पानी दिखाई देता है। आम दिनों में या तो इसमें नाले जितना पानी होता है या फिर यह पूरी तरह से सूखी ही होती है।






