बाजार ने पिछले सप्ताह की गिरावट को मिटा दिया। इसने 30 जून को समाप्त हफ्ते में लगभग 3 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। विदेशी संस्थागत निवेशकों की मजबूत वापसी, चालू खाता घाटा कम होने और दक्षिण-पश्चिम मानसून की प्रगति होने से बेंचमार्क इंडेक्सेस ने प्रमुख माइलस्टोन को पार कर लिया। इससे निवेशकों की धारणा को भी बढ़ावा मिला। इस हफ्ते में बीएसई सेंसेक्स 2.76 प्रतिशत या 1,739.19 अंक बढ़कर 64,718.56 पर बंद हुआ। निफ्टी 2.80 प्रतिशत या 523.5 अंक बढ़कर 19,189 पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने 64,768.58 और निफ्टी ने 19,201.70 की नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में लगभग 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। इसमें शामिल जेबीएम ऑटो, कर्नाटक बैंक, पर्ल ग्लोबल इंडस्ट्रीज, जय भारत मारुति, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज, पराग मिल्क फूड्स, सरला परफॉर्मेंस फाइबर्स, टिप्स इंडस्ट्रीज, 63 मून्स टेक्नोलॉजीज, श्री रायलसीमा हाई स्ट्रेंथ और एशियन एनर्जी सर्विसेस में 20-32 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।
बीएसई मिड-कैप इंडेक्स लगभग 3 प्रतिशत बढ़ा। इसमे निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट, आदित्य बिड़ला कैपिटल, बायोकॉन, महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज, मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज, ग्लैंड फार्मा, एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में 8-15 प्रतिशत की बढ़त रही।
बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में 2.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी, Adani Enterprises, स्टार हेल्थ एंड एलाइड इंश्योरेंस कंपनी, Tata Motors, इंटरग्लोब एविएशन, सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा और Infosys के नेतृत्व में बढ़ोत्तरी नजर आई।
बीएसई सेंसेक्स में एचडीएफसी बैंक का मार्केटकैप सबसे अधिक बढ़ा। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इंफोसिस और रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्थान रहा। जबकि टेक महिंद्रा, एनटीपीसी और टाटा स्टील के मार्केटकैप में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली।
निफ्टी फार्मा इंडेक्स में 4.4 प्रतिशत की बढ़त रही। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 4 प्रतिशत, निफ्टी इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडेक्स में 3.5 प्रतिशत की बढ़त रही। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में लगभग 3 प्रतिशत की बढ़त के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे रंग में बंद हुए।
इस हफ्ते विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign institutional investors (FIIs) ने 20,361.75 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (domestic institutional investors (DIIs) ने 1,564.60 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। हालांकि जून के महीने में FIIs ने 27,250.01 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। जबकि DIIs ने 4,458.23 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
इस हफ्ते में भारतीय रुपया 23 जून को 82.03 के बंद स्तर के मुकाबले 30 जून को 82.04 पर बंद हुआ।






