- नाबालिग लड़की की सरेआम निर्मम हत्या ने कानून व्यवस्था की पोल खोलने के साथ ही एलजी को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है- दिलीप पांडे
- दिल्ली में रोज रेप की दो घटनाएं हो रही हैं और देश के 19 बड़े शहरों में महिलाओं के खिलाफ होने वाले कुल अपराधों में से एक तिहाई सिर्फ दिल्ली में हुए- दिलीप पांडे
- एलजी ने पिछले एक साल में दिल्लीवालों को सुरक्षित रखने के लिए कोई काम नहीं किए, बल्कि दिल्ली की कानून व्यवस्था का सत्यानाश कर दिए- दिलीप पांडे
- एलजी से अपील, केजरीवाल सरकार के कामों को बाद में रोक लीजिएगा, पर अभी एक्शन प्लान बनाकर दिल्ली को सुरक्षित करिए- दिलीप पांडे
- एलजी जब जमीन पर उतर कर कानून व्यवस्था को प्राथमिकता देते दिखेंगे, तभी दिल्लीवालों की उनके प्रति अविश्वास की धारणा बदल पाएगी- दिलीप पांडे
नई दिल्ली, 29 मई (The News Air) दिल्ली में रविवार रात सरेआम एक नाबालिग लड़की की हुई निर्मम हत्या को लेकर आम आदमी पार्टी ने एलजी वीके सक्सेना को कानून व्यवस्था पर ध्यान देने की नसीहत देते हुए जमकर हमला बोला। “आप” के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि एलजी को केजरीवाल सरकार के खिलाफ राजनीतिक साजिशें करने से फुर्सत ही नहीं है। इसलिए वो कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने में नाकाम हैं और इसका खामियाजा दिल्ली की हमारी माताएं-बहनें भुगत रही हैं। दिल को दहला देने वाली इस घटना ने दिल्ली की कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। साथ ही, एलजी की कार्यशैली को भी कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। वीके सक्सेना को दिल्ली का एलजी बने एक साल हुए हैं। एलजी ने पिछले एक साल में दिल्लीवालों को सुरक्षा देने की बजाय कानून व्यवस्था का सत्यानाश ही किया है। एलजी सिर्फ केजरीवाल सरकार के कामों को रोकने में व्यस्त हैं। हमारी अपील है कि एलजी दिल्ली सरकार के कामों को बाद में रोक लें, लेकिन अभी एक्शन प्लान बनाकर दिल्ली की जनता को सुरक्षा प्रदान करें।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता व विधायक दिलीप पांडे ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कहा कि आज सोशल मीडिया पर दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके का एक दिल दहलाने वाली घटना का वीडियो सामने आया है। इसमें एक लड़का कई बार एक धारदार हथियार से लड़की को मारता हुआ दिख रहा है। बताया जा रहा है कि वह लड़की नाबालिक है। धारदार हथियार से हमला करने के बाद भी लड़का उस लड़की को पत्थर से कुचलता है। इंसानियत को शर्मसार करने वाली और दिल्ली की माताओं-बहनों को डराने वाली यह घटना सीसीटीवी में कैद है। इस घटना ने एक बार फिर से दिल्ली की लॉ एंड आर्डर सिचुएशन और इसे संभालने के लिए जिम्मेदार एलजी साहब को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है। दिल्ली की कानून व्यवस्था एलजी साहब की दो-तीन प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक बड़ी जिम्मेदारी है, फिर भी वे ऐसा कुछ करते दिखाई नहीं देते है जिससे दिल्ली की जनता, कानून व्यवस्था और दिल्ली पुलिस के बीच अविश्वास की खाई कम होती नजर आए।
उन्होंने कहा कि एलजी साहब को छपने का इतना ज्यादा शौक है कि वह अपनी कार्य सीमा से आगे जाकर खबरें लीक करते हैं। अब एलजी हाउस को लोग लीकेज हाउस भी कहते हैं। उनका फरवरी माह का केवल एक ट्वीट मिलेगा, उसके अलावा वह धरातल पर दिल्ली की पुलिस और कानून व्यवस्था को दूरूस्त करते हुए किसी को नजर नहीं आएंगे। वह सबकुछ ट्वीट कर देते हैं। अधिकतर ऐसे ट्वीट करते हैं, जो उनका काम नहीं होता है।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि एलजी साहब को दिल्ली में आए एक साल हो चुका हैं। एक साल के अंदर दिल्ली की कानून व्यवस्था का बेड़ागर्क कर दिया। अगर उनसे कोई पूछें कि दिल्ली में कितने थाने हैं, तो उन्हें इस बारे में जानकारी तक नहीं होगी। मैं एलजी साहब से जानना चाहता हूं कि आप दिल्ली जल बोर्ड और फ्लड डिपार्टमेंट के कार्यों को लेकर जनता के बीच निकल जाते हैं, लेकिन दिल्ली की कानून व्यवस्था को लेकर कितनी बार जनता के बीच गए हैं? कितनी बार दिल्ली के किसी थाने में गए, जहां किसी फरियादी से बात कर पूछा हो कि पिछले एक साल से दिल्ली को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर है, उस दिल्ली में रहकर आपको कितना सुरक्षित महसूस हो रहा है? कितनी बार आपने थानों का दौरा किया है? एलजी साहब, शायद आपको मालूम भी नहीं है कि दिल्ली में विधानसभा स्तर के थानों की समितियां बंद की गई। थाना स्तर की समितियों में डिस्ट्रिक्ट समितियों को चेयर करने वाले बीजेपी के सांसदों को दिल्ली की कानून व्यवस्था से कुछ लेना देना नहीं है,क्योंकि आप उन सबके मुखिया है। आपको भी दिल्ली की कानून व्यवस्था से कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा कि जबसे विनय सक्सेना एलजी बनें है, दिल्ली में एनसीआरबी के डेटा के अनुसार रोजाना दो बलात्कार हो रहे हैं। एनसीआरबी केंद्र सरकार की एजेंसी है। आज और इससे पहले दिल्ली में महिलाओं के प्रति अपराध की जो घटनाएं हुई है, इन्हें देखकर महिलाएं डरी हुई है। हमारी माताएं-बहनें सहम कर सवाल पूछ रही हैं कि एलजी साहब वो दिन कब आएगा, जब आप अपनी सियासी नींद से जागेगें और दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षा पर भरोसा दिला पाएंगे। दिल्ली में रोजाना दो रेप हो रहे हैं, लेकिन एलजी साहब के पास ना उसे रोकने के कोई उपाय हैं और ना ही इसे रोकने के प्रयास किए हैं।
‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे ने कहा कि एनसीआरबी के डाटा के अनुसार देश के 19 बड़े शहरों में से कुल मिलाकर महिलाओं के प्रति एक तिहाई अपराध की घटनाएं दिल्ली में होती है, जोकि 32.50 फीसद है। देश में चार महानगर है। अगर तीन महानगरों के आंकड़े जोड़ दिए जाएं, उससे ज्यादा अपराध केवल दिल्ली में हो रहे हैं। यह आकंड़ा केवल साल 2022 का है। एलजी साहब के पास केवल दिल्ली की महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने का एक काम है। लेकिन आप यह करने में नाकाम हैं। अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली की महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं को रोकने से एलजी साहब को फुर्सत नहीं है। आपका मन ऐसा क्यों नहीं करता है दिल्ली के एक-एक थानों में जाकर जनता से बात करें और गैप को समझकर उसे दूर करने की कोशिश करें। क्योंकि दिल्ली में लॉ एंड आर्डर को दुरुस्त करना आपकी प्रॉयरिटी लिस्ट में नहीं है। आपको अपने सियासी षड्यंत्रों और राजनीतिक चालों से फुर्सत नहीं है, जिसका खामियाजा दिल्ली की माताएं-बहनें भुगत रही है।
विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि मैं एलजी साहब से दिल्ली की जनता की तरफ से हाथ जोड़कर निवेदन कर रहा हूं कि जाग जाइए। अरविंद केजरीवाल की सरकार के कामकाज को रोकना अभी थोड़ा सा साइड में रखिए। दिल्ली के थानों और दिल्ली के अंदर के अपराध से त्रस्त जनता से संवाद स्थापित कीजिए। कार्य योजना बनाकर दिल्ली की जनता के सामने रखिए, ताकि जनता को लगे कि आप उन्हें अपराध कि अंधेरी गुफा में नहीं धकेल रहे है, उन्हें सुरक्षित रखने के प्रयास कर रहे हैं। तभी दिल्ली की माताएं-बहनें सुरक्षित महसूस करेगी। एलजी साहब के प्रति दिल्ली की जनता की अविश्वास की धारणा तभी खत्म होगी,जब वह वास्तव में दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर को पहली वरीयता बनाएंगे और धरातल पर उतरकर काम करते दिखेंगे। आज जो सवाल मैंने दिल्ली की जनता की तरफ से पूछें, एलजी साहब इन सवालों का सार्थक और सकारात्मक जवाब देकर दिल्ली की जनता जरूर आश्वस्त करें।