फिरोजपुर (The News Air) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने फिरोजपुर में जीरा में खुली शराब फैक्ट्री बंद करने के आदेश दिए हैं। पिछले 177 दिन से धरनारत किसानों के दबाव में CM ने यह फैसला लिया। वहीं हाईकोर्ट ने मामले में दखल देते हुए फैक्ट्री के मालिकों का पक्ष सुनने के निर्देश सरकार को दिए हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सुनेगा मालिकों का पक्ष
सोमवार सुबह के समय मुख्यमंत्री द्वारा किसानों की मांग पर जीरा शराब फैक्ट्री बंद किए जाने की बात दोहराई गई तो दोपहर में हाईकोर्ट ने सरकार को कहा कि फैक्ट्री बंद करने के फैसले से पहले फैक्ट्री मालिक का पक्ष भी सुनें। 2 हफ्ते के अंदर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को फैक्ट्री का पक्ष सुनने काे कहा गया है।
24 जुलाई 2022 को शुरू हुआ था धरना
बता दें कि 2006 में फिरोजपुर जिले के जीरा शहर के नजदीक मंसूरवाल गांव मेँ शुरू हुई। मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की शराब फैक्ट्री रद्द करवाने के लिए किसानों का आंदोलन 24 जुलाई 2022 से शुरू हुआ। किसानों के इस संघर्ष के 177वें दिन मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया।
फैक्ट्री की वजह से फैल रहीं हैं बीमारियां
दरअसल, किसानों द्वारा आरोप लगाए गए थे कि जीरा में बनी शराब फैक्ट्री नियमों के उलट काम कर रही थी, जिस वजह से जीरा व उसके आस-पास के गांवों में भूजल विषैला हो गया। लोग कैंसर, काला पीलिया जैसे बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उन्हें धरने पर बैठना पड़ा।






