चंडीगढ़ (The News Air): घर, परिवार और रोज़गार के होते भला कोई देश क्यूं छोड़े, यहाँ म्यूंसीपल भवन में करवाए विशेष समागम के दौरान नियुक्ति पत्र हासिल करने वाले 408 नौजवानों की यह भावनाएं थी। पंजाब सरकार द्वारा अधिक से अधिक नौजवानों को रोज़गार मुहैया कराने की मुहिम के अंतर्गत इन नौजवानों के स्थानीय निकाय, आम राज प्रबंध, लोक निर्माण और तकनीकी शिक्षा और औद्योगिक प्रशिक्षण विभागों में विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति की गई है।
आम राज प्रबंध विभाग में बतौर क्लर्क नियुक्ति पत्र लेने के मौके पर पटियाला से तनवीजोत ने कहा कि उनके लिए गर्व की बात है कि वह राज्य को अपनी सेवाएं दे सकेंगे। उन्होंने कहा कि पहले वह कनाडा या किसी अन्य विकसित देश जाने की सोच रहे थे परन्तु अब वह अपनों के नज़दीक ही रह सकेंगे। तनवीजोत ने कहा कि यह मौका मिलने के कारण उन्होंने पक्का फ़ैसला कर लिया है कि वह अपना जीवन अब पंजाब को सेवाएं देने के लिए समर्पित करेंगे। उन्होंने पंजाब सरकार की तरफ से रोज़गार मुहैया करवाने के लिए चलाई गई मुहिम की तारीफ़ करते हुये कहा कि इससे नौजवानों में नयी उम्मीद बंधी है।
गाँव खनाल कलाँ ज़िला संगरूर के करमजीत सिंह ने भी आम राज प्रबंध विभाग में बतौर क्लर्क नियुक्ति पत्र लेने के उपरांत ऐसे ही विचार प्रकट करते हुये अपने साथी नौजवानों को भी अपील की कि वे विदेश जाने की अपेक्षा अधिक प्राथमिकता यहाँ रहते ही रोज़गार प्राप्ति को दें। उन्होंने कहा कि वह भी पहले विदेश जाकर अपना भविष्य बनाने के बारे सोच रहा था परन्तु रहना यहाँ ही चाहता था। करमजीत ने कहा कि अब पंजाब सरकार द्वारा उसे रोज़गार दिए जाने के कारण वह अपने दिल की इच्छा के मुताबिक अपने परिवार के पास रह कर बढ़िया जीवन गुज़ार सकेगा।
सिर्फ़ तनवीजोत और करमजीत सिंह ही नहीं नियुक्ति पत्र वितरण समागम के दौरान उपस्थित लगभग सभी नौजवानों की यही राय थी। नौजवानों का मानना था कि अपने माता-पिता की कमाई विदेश में लगाने के उपरांत उम्र का एक बड़ा हिस्सा वहां घर बनाने और स्थापित होने में गुज़र जाता है। उनका कहना था कि विदेश जाने की अपेक्षा कई गुणा बेहतर है यदि यहाँ पंजाब में ही मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा रोज़गार के स्थापित किये जा रहे मौकों का लाभ लिया जाये।