उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिना किसी का नाम लिए कहा कि ‘परिवारवाद’ को बढ़ावा देने वाले मुट्ठी भर लोग इस बात की संभावना तलाश रहे हैं कि वे तेलंगाना के लोगों के लिए शुरू की गई परियोजनाओं से कैसे लाभ हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की परियोजनाओं में राज्य सरकार के सहयोग नहीं करने से उन्हें दुख होता है और इससे तेलंगाना के लोगों के सपने प्रभावित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य सरकार से अपील करता हूं कि वह तेलंगाना के लोगों के लिए बनाई जा रही विकास योजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा उत्पन्न न करे।” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘परिवारवाद को बढ़ावा देने वाले मुट्ठी भर लोग इस बात की संभावना तलाश रहे हैं कि वे तेलंगाना के लोगों के लिए शुरू की गई परियोजनाओं से कैसे लाभ हासिल कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि ‘परिवारवाद’ और ‘भ्रष्टाचार’ अलग नहीं है, जहां ‘परिवारवाद’ होता है वहीं ‘भ्रष्टाचार’ पनपता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘परिवारवाद’ तेलंगाना में गरीब लोगों को बांटे जा रहे राशन को भी लूट रहा है। उन्होंने कहा कि कि समग्र राष्ट्र के विकास के लिए राज्य की प्रगति महत्वपूर्ण है। मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव देख रही है, लेकिन भारत अनिश्चितता के इस दौर में उन देशों में से एक है, जो बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण में रिकॉर्ड राशि का निवेश कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस साल के बजट में बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के लिए 10 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने यहां सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा उन्होंने कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की शुरुआत की और उनका उद्घाटन किया।






