जिसके तुरंत बाद पुलिस ने दोनों शिक्षकों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। वहीं अब मामले में सहायक शिक्षक सुधाकर धागे (उम्र 53) और राजेश तायडे (उम्र 45) को अदालत ने अगले 3 दिनों कीपुलिस हिरासत में भेज दिया।
मामले पर जानकारी के अनुसार,अकोला से 30 से 40 किमी दूर गांव के जिला परिषद स्कूल में कक्षा चौथी तक की ही पढ़ाई होती है। वहीं इस विद्यालय में चार लड़कियां और पांच लड़के पढ़ते हैं। इस स्थिति का फायदा उठाकर इन दोनों दरिंदे शिक्षकों ने बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया, जो लगातार 2 महीने चलता रहा।
शिक्षकों द्वारा यौन शोषण के डर से लड़कियों ने बाद में स्कूल जाना भी बंद कर दिया। हालांकि अभिभावकों ने अपनी बच्चियों से पूछा की वे स्कूल क्यों नहीं जा रही है। लेकिन डर के मारे वे कुछ नहीं बोली। आखिर में जब एक लड़की ने अपने माता-पिता को असली वजह बताई तो वे हैरान और दंग रह गए। इस बात की जानकारी दूसरी लड़की के माता-पिता को हुई तो पता चला कि उनके साथ भी ऐसा हुआ था। अंत में, सभी बच्चियों के माता-पिता पुलिस के पास पहुंचे और दोनों शिक्षकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
बाद में पुलिस ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ बाल यौन शोषण निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। वहीं ग्रामीणों की मांग थी कि इन शिक्षकों के खिलाफ स्कूल से बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जाए। मामले पर कार्रवाई का प्रतिवेदन समूह शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया। उसके बाद दोनों शिक्षकों को बीते 6 अप्रैल से स्कूल से बर्खास्त कर दिया गया।