उन्होंने बीबीसी के भारतीय कार्यालयों पर आयकर विभाग के ‘सर्वे’ का हवाला देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत लोकतंत्र की जननी है और आखिर इस देश के प्रधानमंत्री ‘पाखंड के जनक’ क्यों बने हुए हैं? इस सरकार में प्रेस की स्वंत्रता सूचकांक में भारत 150वें स्थान पर पहुंच गया है।” खेड़ा ने प्रधानमंत्री की एक पुरानी टिप्पणी का हवाला देते हुए कटाक्ष किया, ‘‘2014 से पहले इसी बीबीसी को लेकर साहब कहते थे – हम तो भरोसा ही बीबीसी पर करते हैं। अब क्या हुआ?” उन्होंने कटाक्ष करते हुए किया कि प्रधानमंत्री के अतीत पर प्रकाश डालने वाले मीडिया हाउस का भविष्य बर्बाद कर दिया जाता है।
कांग्रेस नेता ने तंज कसते हुए यह भी कहा कि अब सरकार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं की तरह विदेश में भी ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग की शाखाएं खोल देनी चाहिए। खेड़ा ने कहा, ‘‘जब देश जी 20 की अध्यक्षता कर रहा है तो ऐसे समय प्रधानमंत्री देश की क्या छवि पेश कर रहे हैं? दुनिया भर में देश का मजाक बना दिया है।” उन्होंने कहा, ‘‘जब पुरस्कार मिल जाए और जब कहीं तारीफ हो जाए तो कोई साजिश नहीं है, लेकिन अगर कहीं सच दिख जाए तो यह विदेशी साजिश है…स्टार्ट अप इंडिया ठीक है, लेकिन हम ‘शटअप इंडिया’ नहीं होने देंगे। कलम पर कमल का दबाव नहीं होना चाहिए।”