DIG Bhullar Hearing : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में घिरे पंजाब पुलिस के पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब उन्होंने एक बार फिर जमानत पाने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। पूर्व डीआईजी ने चंडीगढ़ स्थित सीबीआई कोर्ट में अपनी जमानत याचिका दायर की है, जिस पर कल यानी बुधवार को सुनवाई होनी है। यह सुनवाई भुल्लर के लिए बेहद अहम मानी जा रही है क्योंकि इससे पहले देश की सबसे बड़ी अदालत से उन्हें निराशा हाथ लग चुकी है।
सुप्रीम कोर्ट ने राहत देने से किया था इनकार
इससे पहले हरचरण सिंह भुल्लर ने अपनी रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। बीते शुक्रवार (19 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अंतरिम राहत (Interim Relief) की मांग वाली याचिका पर विचार करने से साफ इनकार कर दिया था। कोर्ट के इस सख्त रुख को देखते हुए भुल्लर के वकील ने अपनी याचिका वापस ले ली थी। गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने भी उन्हें अंतरिम राहत देने से मना कर दिया था, जिसके बाद वे सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे।
निजी स्वतंत्रता और सीबीआई के अधिकार क्षेत्र पर सवाल
भुल्लर के वकील विक्रम चौधरी ने अदालतों में दलील दी थी कि यह मामला व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता से जुड़ा है। उन्होंने यह भी तर्क दिया था कि सीबीआई ने अपने अधिकार क्षेत्र (Jurisdiction) का उल्लंघन किया है। उनका कहना था कि पंजाब सरकार ने सीबीआई जांच की सहमति वापस ले ली थी, इसके बावजूद केंद्रीय एजेंसी ने पंजाब में घुसकर कार्रवाई की। हालांकि, इन दलीलों का अब तक कोई खास फायदा भुल्लर को नहीं मिल पाया है।
5 लाख की रिश्वत और करोड़ों की संपत्ति का मामला
सीबीआई ने पूर्व डीआईजी को 16 अक्टूबर को मोहाली स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया था। उन पर 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई की कार्रवाई यहीं नहीं रुकी थी, बल्कि उनके घर पर भी छापेमारी की गई थी। इस रेड के दौरान जांच एजेंसी को 7 करोड़ 50 लाख रुपये नकद, महंगी घड़ियां, शराब और कई गाड़ियों की चाबियां बरामद हुई थीं। पहले सीबीआई ने एक दलाल कृष्नु शारदा को पकड़ा था और उसी की निशानदेही पर भुल्लर की गिरफ्तारी हुई थी।
जेल में गद्दे की मांग और विजिलेंस का शिकंजा
फिलहाल हरचरण सिंह भुल्लर चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल में बंद हैं। कुछ समय पहले उन्होंने अदालत में अर्जी लगाकर पीठ दर्द का हवाला देते हुए सोने के लिए गद्दे की मांग की थी, जिस पर कोर्ट ने जेल सुपरिटेंडेंट को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीबीआई के अलावा पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) ने भी उन पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है, हालांकि विजिलेंस को अभी तक उनका रिमांड नहीं मिल पाया है। वहीं, भुल्लर के बैंक खाते पहले ही अटैच किए जा चुके हैं।
जानें पूरा मामला
पंजाब पुलिस के पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत लेने और आय से अधिक संपत्ति जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने उनके पास से भारी मात्रा में नकदी और कीमती सामान बरामद किया था। अब वे जेल में हैं और लगातार जमानत की कोशिशों में लगे हुए हैं, लेकिन अदालतों से उन्हें राहत नहीं मिल रही है।
मुख्य बातें (Key Points)
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पूर्व डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर ने चंडीगढ़ सीबीआई कोर्ट में जमानत याचिका लगाई है।
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याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राहत नहीं दी थी।
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भुल्लर पर 5 लाख रिश्वत और 7.5 करोड़ कैश रखने का आरोप है।
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सीबीआई ने उन्हें 16 अक्टूबर को मोहाली से गिरफ्तार किया था।
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पंजाब विजिलेंस ने भी उन पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया है।






