Bangladesh Anti India Protests : पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अराजकता और हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं और भारत विरोधी भावनाएं चरम पर हैं। इसी कड़ी में अब ‘इंकलाब मंच’ (Inqilab Manch) के प्रवक्ता और कथित छात्र नेता Sharif Usman Hadi की हत्या के बाद मामला और गरमा गया है। उस्मान हादी, जो अपने भारत विरोधी बयानों के लिए जाना जाता था, की हत्या के बाद अब उसकी बहन ने भी भारत के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया है। एक रैली के दौरान उसने भारत और अवामी लीग पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपने देश के युवाओं को ‘जिहाद’ के लिए तैयार होने का आह्वान किया है।
उस्मान हादी की बहन का जहरीला बयान
ढाका में एक विरोध रैली के दौरान, नकाब पहने उस्मान हादी की बहन का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह भारत के खिलाफ भड़काऊ बातें करती नजर आ रही है। उसने आरोप लगाया है कि भारत और शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग (Awami League) बांग्लादेश में चुनाव नहीं होने देना चाहते। उसने अपने भाई उस्मान को एक ‘क्रांतिकारी नेता’ बताया और कहा कि हर घर में लिंग (Gender) की परवाह किए बिना, बच्चों सहित सभी को भारत से लड़ने के लिए ‘जिहाद’ की ट्रेनिंग लेनी चाहिए। उसने खुदीराम बोस और अन्य क्रांतिकारियों का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने उन्हें नहीं देखा, लेकिन मैंने उस्मान हादी को देखा है, जो एक सच्चा क्रांतिकारी था।
कौन था उस्मान हादी?
शरीफ उस्मान हादी बांग्लादेश में 2024 के छात्र आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा था, जिसने शेख हसीना की सरकार के खिलाफ आवाज उठाई थी। वह ‘इंकलाब मंच’ का प्रवक्ता था और भारत का कट्टर आलोचक माना जाता था। 12 दिसंबर को ढाका के पलटन इलाके में जब वह ऑटो रिक्शा से जा रहा था, तब अज्ञात हमलावरों ने उसे गोली मार दी थी। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसकी मौत के बाद से ही बांग्लादेश में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। उसके समर्थक और कट्टरपंथी गुट इस हत्या के लिए भारत और अवामी लीग को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि पुलिस को अभी तक हत्यारों का सुराग नहीं मिला है।
शेख हसीना का यूनुस सरकार पर हमला
इस पूरे घटनाक्रम के बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने मौजूदा अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) पर तीखा हमला बोला है। शेख हसीना ने साफ तौर पर कहा है कि बांग्लादेश में चल रही अराजकता और अल्पसंख्यकों (Minorities) पर हो रहे हमलों के लिए यूनुस सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूनुस सरकार ने कट्टरपंथियों को खुली छूट दे दी है, जिसके कारण देश में हिंसा का माहौल बना हुआ है। हालांकि, शेख हसीना ने इस तनावपूर्ण स्थिति में भी धैर्य बनाए रखने के लिए भारत सरकार की सराहना की है और भारत का शुक्रिया अदा किया है।
भारत की प्रतिक्रिया और चिंता
बांग्लादेश में लगातार बढ़ रही भारत विरोधी गतिविधियों पर भारत सरकार कड़ी नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर भारत चिंतित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मोहम्मद यूनुस को कट्टरपंथी गतिविधियों पर लगाम लगाने की सलाह दी थी। लेकिन जिस तरह से उस्मान हादी की बहन और अन्य कट्टरपंथी भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं, वह दोनों देशों के रिश्तों के लिए चिंताजनक है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान और कट्टरपंथी तत्व मिलकर बांग्लादेश के युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने की साजिश रच रहे हैं।
विश्लेषण: कट्टरपंथ की आग में जलता पड़ोसी
बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, वह सिर्फ एक राजनीतिक अस्थिरता नहीं, बल्कि एक सुनियोजित ‘एंटी-इंडिया’ एजेंडा का हिस्सा लगता है। उस्मान हादी की हत्या को बहाना बनाकर भारत को निशाना बनाना इसी रणनीति का हिस्सा है। मोहम्मद यूनुस का उस्मान हादी के जनाजे में शामिल होना और कट्टरपंथियों के बयानों पर चुप्पी साधना, उनकी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। अगर समय रहते इस नफरत की आग को नहीं बुझाया गया, तो इसका असर न सिर्फ बांग्लादेश की स्थिरता पर पड़ेगा, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया की शांति के लिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है। भारत को अब कूटनीतिक दबाव के साथ-साथ सुरक्षा के मोर्चे पर भी और सतर्क रहने की जरूरत है।
जानें पूरा मामला
बांग्लादेश में छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या के बाद से भारत विरोधी प्रदर्शन तेज हो गए हैं। उसकी बहन ने भारत पर चुनाव न होने देने का आरोप लगाया है और जिहाद की बात कही है। वहीं, पूर्व पीएम शेख हसीना ने अंतरिम सरकार पर कट्टरपंथियों को शह देने का आरोप लगाया है। भारत स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
मुख्य बातें (Key Points)
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उस्मान हादी की बहन ने भारत के खिलाफ जिहाद और जंग का आह्वान किया।
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भारत और अवामी लीग पर बांग्लादेश में चुनाव न होने देने का आरोप लगाया।
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उस्मान हादी 2024 छात्र आंदोलन का चेहरा और भारत का कट्टर आलोचक था।
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शेख हसीना ने हिंसा के लिए यूनुस सरकार और कट्टरपंथियों को जिम्मेदार बताया।
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भारत ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चिंता जताई और नजर बनाए हुए है।






