चंडीगढ़, 21 दिसंबर (राज): पंजाब के मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान की अगुवाई में राज्य सरकार बाल भिक्षा जैसी गंभीर सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए लगातार प्रभावी कदम उठा रही है। इस संबंध में सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि मोहाली जिले में क्षेत्रीय सामाजिक सुरक्षा टीम ने पिछले तीन दिनों में 31 भिक्षा मांगते बच्चों को रेस्क्यू किया, जो जीवनजोत मुहिम की बड़ी सफलता है।
इस संबंधी ओर जानकारी देते हुए डॉ. बलजीत कौर ने आगे बताया कि 17 अगस्त से अब तक मोहाली जिले में कुल 68 भिक्षा मांगते बच्चों को बचाया गया है, जिससे मोहाली राज्य भर में सबसे अधिक भिक्षा मांगने वाले बच्चों का रेस्क्यू करने वाला जिला बन गया है।
मंत्री ने बताया कि जिला बाल भलाई कमेटी द्वारा दस्तावेजों की जांच के बाद तीन बच्चों को उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया, जबकि बाकी 28 बच्चों को उनके दस्तावेजों की जांच पूरी होने तक बाल गृहों में रखा गया, जहां उनके रहने, खाने-पीने और सुरक्षा का पूरा प्रबंध है।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि अब तक राज्य भर में कुल 807 भिक्षा मांगते बच्चों को रेस्क्यू करके पुनर्वास प्रक्रिया से जोड़ा गया है, जो मान सरकार की बालहितैषी और संवेदनशील नीति का स्पष्ट प्रमाण है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जीवनजोत मुहिम सिर्फ रेस्क्यू तक सीमित नहीं है, बल्कि हर बच्चे को सड़क से स्कूल और सुरक्षित भविष्य की ओर ले जाने की एक सफल पहल है। रेस्क्यू के बाद बच्चों की स्वास्थ्य जांच, काउंसलिंग, शिक्षा मुहैया कराना और पारिवारिक पुनर्वास को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि कोई भी बच्चा फिर से सड़क पर भिक्षा मांगने के लिए मजबूर न हो।
मंत्री ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति या समूह बाल भिक्षा या बाल तस्करी में शामिल पाया गया, तो उसके खिलाफ कानून के अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. बलजीत कौर ने प्रदेश के लोगों से अपील की कि बाल भिक्षा जैसी सामाजिक बुराई को खत्म करने में सरकार का सहयोग करें और यदि कोई बच्चा भिक्षा मांगता दिखाई दे, तो भिक्षा देने की बजाय चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर तुरंत सूचना दें, ताकि हर बच्चा भिक्षा नहीं, बल्कि शिक्षा और सम्मानित जीवन की ओर बढ़ सके।






