Mobile Recharge Price Hike 2026 की खबर ने मोबाइल यूजर्स की टेंशन बढ़ा दी है। नए साल का जश्न अभी शुरू भी नहीं हुआ कि टेलीकॉम कंपनियों ने ग्राहकों को महंगाई का बड़ा झटका देने की तैयारी कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक, देश की दिग्गज टेलीकॉम कंपनियां Reliance Jio, Bharti Airtel और Vodafone Idea (Vi) जनवरी से अपने रिचार्ज प्लान की कीमतों में 20% तक की भारी बढ़ोतरी कर सकती हैं। इसका मतलब है कि अब कॉलिंग, डेटा और अनलिमिटेड प्लान सब कुछ महंगा होने वाला है।
किस प्लान का रेट कितना बढ़ेगा?
रिपोर्ट्स के अनुसार, सबसे पॉपुलर प्लांस की कीमतें सीधे तौर पर बढ़ाई जाएंगी।
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Airtel: एयरटेल का 28 दिन वाला अनलिमिटेड 5G प्लान, जो अभी ₹319 का है, वह बढ़कर ₹419 का हो सकता है।
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Jio: जियो का 1.5GB डेली डेटा वाला ₹299 का प्लान ₹359 तक पहुंच सकता है। वहीं, ₹349 वाला 28 दिन का 5G प्लान बढ़कर ₹429 का हो सकता है।
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Vodafone Idea (Vi): वोडाफोन का 28 दिन वाला 1GB डेली डेटा प्लान ₹340 से बढ़कर ₹419 और 56 दिन वाला 2GB डेटा प्लान ₹569 से ₹699 तक जा सकता है।
क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
कीमतें बढ़ाने के पीछे कंपनियों का तर्क अपनी औसत कमाई प्रति यूजर (ARPU) को बढ़ाना है। रिसर्च फर्म मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट बताती है कि 2026 में टेलीकॉम कंपनियां अपने टैरिफ में 16 से 20% की बढ़ोतरी कर सकती हैं। नेटवर्क में निवेश, स्पेक्ट्रम की लागत, कॉल सेंटर खर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के नाम पर यह बोझ आम आदमी पर डाला जा रहा है। आखिरी बार जुलाई 2024 में टैरिफ बढ़ाया गया था और अब दो साल बाद फिर से यही पैटर्न दोहराया जा रहा है।
कीमत बढ़ाने का ‘चोर दरवाजा’
कंपनियां सिर्फ दाम बढ़ाकर ही नहीं, बल्कि एक और तरीके से आपकी जेब काट रही हैं जिसे ‘अप्रत्यक्ष वसूली’ कहते हैं। कई बार प्लान की कीमत वही रहती है लेकिन उसकी वैलिडिटी (Validity) कम कर दी जाती है या मिलने वाले बेनिफिट्स (जैसे डेटा या एसएमएस) घटा दिए जाते हैं। हाल ही में Jio, Airtel, Vi और यहां तक कि BSNL ने भी अपने कई प्रीपेड प्लांस की वैलिडिटी और फायदे बदले हैं, जिससे यूजर को वही सुविधा पाने के लिए बार-बार रिचार्ज कराना पड़ता है।
आम आदमी पर दोहरी मार
महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी के लिए यह खबर किसी झटके से कम नहीं है। भारत में एक परिवार में औसतन 3-4 मोबाइल होते हैं। अगर हर मोबाइल पर 80 से 100 रुपये का खर्च बढ़ता है, तो परिवार का मासिक बजट 300-400 रुपये तक बढ़ जाएगा। 10,000 से 20,000 रुपये महीना कमाने वाले बड़े तबके के लिए यह अतिरिक्त खर्च बहुत मायने रखता है।
विश्लेषण: क्या यह बढ़ोतरी जायज है?
टेलीकॉम कंपनियां अक्सर तर्क देती हैं कि भारत में डेटा की कीमतें दुनिया में सबसे कम हैं। लेकिन यह तुलना अधूरी है। हमें यह भी देखना होगा कि भारत की प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) विकसित देशों के मुकाबले कितनी कम है। मोबाइल अब लक्जरी नहीं, बल्कि एक जरूरत बन गया है—यूपीआई पेमेंट से लेकर बच्चों की पढ़ाई और इमरजेंसी सेवाओं तक सब कुछ इसी पर निर्भर है। ऐसे में, बिना नेटवर्क क्वालिटी सुधारे सिर्फ कीमतें बढ़ाना उपभोक्ताओं के साथ अन्याय है। कंपनियों को प्रॉफिट के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी का भी ध्यान रखना चाहिए और बेसिक प्लांस को सस्ता रखना चाहिए।
जानें पूरा मामला
नए साल 2025-26 की शुरुआत के साथ ही टेलीकॉम सेक्टर में टैरिफ हाइक की सुगबुगाहट तेज हो गई है। रिपोर्ट्स और जानकारों का मानना है कि कंपनियां अपने रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए जनवरी से प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों तरह के प्लांस में बढ़ोतरी करेंगी। इसका सबसे ज्यादा असर 5G यूजर्स और डेली डेटा पैक इस्तेमाल करने वालों पर पड़ेगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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Jio, Airtel, Vi जनवरी से रिचार्ज प्लान 20% तक महंगे कर सकते हैं।
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₹299 वाला प्लान बढ़कर ₹359 और ₹319 वाला प्लान ₹419 तक हो सकता है।
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कंपनियों का मकसद अपनी औसत कमाई (ARPU) बढ़ाना और नेटवर्क लागत वसूलना है।
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वैलिडिटी घटाकर भी अप्रत्यक्ष रूप से कीमतें बढ़ाई जा रही हैं।






