नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राज) आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने दमघोंटू हवा में दिल्ली की जनता को छोड़कर खुद अहमदाबाद में मैच का आनंद ले रहे दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को आड़े हाथ लिया है। सौरभ भारद्वाज के साथ वरिष्ठ नेता व विधायक संजीव झा ने पिछली सरकार के दौरान का उनका एक वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया है, जहां वे खुद को दिल्ली का लोकल गार्जियन बताते हुए प्रदूषण को लेकर पिछली सरकार पर उंगली उठाते दिख रहे हैं। सौरभ भारद्वाज ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार आते ही गायब होने वाले दिल्ली के लोकल गार्जियन दिल्लीवालों को गैस चैंबर में छोड़कर अहमदाबाद में मैच का लुप्त उठा रहे हैं। पिछले एक सप्ताह से दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है और भाजपा सरकार सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करने में व्यस्त है।
सौरभ भारद्वाज ने एक्स ने कहा कि दिल्ली के लोकल गार्जियन दिल्लीवालों को गैस चैंबर में छोड़कर अहमदाबाद में मैच देख रहे हैं। पहले अपनी अफसरों की फौज को मास्क लगाकर रोज़ टीवी इंटरव्यू देते थे, अब टीवी पर आना बंद है
उन्होंने कहा कि दिल्ली में इस समय प्रदूषण का स्तर पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ चुका है। प्रदूषण की वजह से अस्पतालों में मरीजों की लाइन लगी हुई हैं। लेकिन दिल्ली की भाजपा सरकार ग्रेप-4 के नियमों का पालन तक नहीं करवा पा रही है। सरकार ख़ुद निर्माण कार्य करवा रही है। रेखा गुप्ता सरकार के निकम्मेपन का खामियाजा दिल्ली के आम लोग भुगत रहे हैं।दिल्ली की जनता प्रदूषण की वजह से बेहाल है। बीजेपी सरकार के निकम्मेपन की वजह से प्रदूषण का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। सरेआम ग्रेप 4 के नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
सौरभ भारद्वाज ने संसद भवन और इंडिया गेट के सामने चल रहे काम का जिक्र करते हुए कहा कि शुक्रवार को मैने अपने दौरे में पाया कि जेसीबी मशीनों द्वारा खुदाई की जा रही थी और धूल उड़ने के कारण बच्चे मुंह पर रुमाल रखकर जाने को मजबूर थे। राजेंद्र प्रसाद रोड पर पूरे जोर-शोर से काम चल रहा था, यहां ट्रकों की कतारें लगी हुई हैं और मजदूर काम में लगे हुए थे। निर्माण और विध्वंस, तोड़फोड़ और खुदाई का काम बिना रुके चल रहा था। संभव है कि कुछ लोग इसे बहुत जरूरी काम बताएं, लेकिन क्या एक महीने के लिए इन कामों को नहीं रोका जा सकता? क्या यह काम उन छोटे-छोटे बच्चों की सेहत से भी ज्यादा जरूरी है जो नेब्युलाइजर लगाकर घूमने को मजबूर हैं?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यहां खानापूर्ति और औपचारिकता के लिए पानी के छिड़काव के लिए एक मशीन खड़ी कर दी गई है, लेकिन उस पर जमी धूल और मकड़ियों के जाले बता रहे थे कि वह महीनों से खड़ी है और उसका इस्तेमाल नहीं होता है। यह सिर्फ जनता और अदालतों को बेवकूफ बनाने के लिए किया जा रहा है, जबकि असलियत में सेंट्रल दिल्ली में केंद्र सरकार का निर्माण कार्य लगातार जारी है और छिड़काव मशीन यहां धूल खा रही है।






