T20 World Cup Team के ऐलान के साथ ही भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन की 2 साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी हो गई है। 20 दिसंबर को T20 World Cup 2026 के लिए घोषित 15 सदस्यीय Squad में ईशान किशन को जगह मिली है। यह वापसी इसलिए भी खास है क्योंकि ईशान ने उसी घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित किया है, जिससे कभी वह दूरी बनाते नजर आ रहे थे।
पिता की खरी-खरी: ‘बिना परफॉर्मेंस कैसी जगह?’
बेटे की वापसी पर ईशान किशन के पिता प्रणव पांडेय बेहद खुश लेकिन व्यावहारिक नजर आए। उन्होंने एक परिपक्व बयान देते हुए कहा कि खेल में उतार-चढ़ाव तो लगे रहते हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “हम इस मामले में बहुत Clear रहते हैं कि जब Performance हो, तो Selection होना चाहिए। और अगर परफॉर्मेंस नहीं है, तो फिर कोई बात नहीं, इसमें कोई जबरदस्ती नहीं होनी चाहिए।” उनका यह बयान दर्शाता है कि परिवार ने पिछले दो सालों के संघर्ष को कितनी सकारात्मकता से लिया है।
झारखंड की जीत ने खोली किस्मत
ईशान की वापसी का रास्ता घरेलू क्रिकेट के शानदार प्रदर्शन से होकर गुजरा है। हाल ही में उनकी कप्तानी में झारखंड ने पहली बार सैयद मुश्ताक अली Trophy जीतकर इतिहास रचा है। इस जीत के बाद ईशान का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। पिता ने भी इसका श्रेय पूरी टीम और झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के Support को दिया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट एक Individual Game नहीं, बल्कि टीम गेम है और पूरी टीम के दम खम से ही यह मुकाम हासिल हुआ है।
मीडिया से बचते दिखे ईशान
टीम में चयन की खबर मिलने के बाद जब मीडिया ने ईशान को घेरा, तो वह बहुत ही नपे-तुले शब्दों में बात करते दिखे। उन्होंने हाथ जोड़कर “थैंक यू सो मच” कहा और बताया कि वह बहुत खुश हैं। भीड़भाड़ के बीच उन्होंने बस इतना कहा, “भगवान का आशीर्वाद है कि फिर से वापसी हुई।” उनकी बॉडी लैंग्वेज में एक अलग तरह की गंभीरता और ठहराव देखा गया, जो शायद पिछले दो सालों के अनुभव से आया है।
देश के लिए वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद
ईशान के पिता ने अपनी उम्मीदें जाहिर करते हुए कहा कि अब जब वह World Cup टीम में हैं, तो हम यही चाहेंगे कि देश जीते। उन्होंने कहा, “ईशान का Performance ऐसा रहे कि भारत जीत के स्कोर तक पहुंचे। चाहे विकेटकीपिंग हो, बैटिंग हो या फील्डिंग, वह अपना 100% योगदान दें।” उन्होंने यह भी कहा कि अभी ईशान से मुलाकात नहीं हुई है, लेकिन परिवार उनके प्रदर्शन के लिए प्रार्थना कर रहा है।
विश्लेषण: अनुशासन और सिस्टम की जीत
ईशान किशन की यह वापसी भारतीय क्रिकेट के ‘सिस्टम’ की जीत है। यह एक कड़ा संदेश है कि चाहे खिलाड़ी कितना भी बड़ा क्यों न हो, घरेलू क्रिकेट (Domestic Cricket) को नजरअंदाज करके टीम में जगह नहीं बनाई जा सकती। बीसीसीआई ने जब कड़ा रुख अपनाया, तो ईशान ने उसे चुनौती के रूप में लिया, रणजी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पसीना बहाया और प्रदर्शन के दम पर अपना खोया हुआ स्थान वापस पाया। यह वापसी केवल एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि उस प्रक्रिया की है जो प्रतिभा को परिश्रम की कसौटी पर परखती है।
क्या है पृष्ठभूमि
करीब दो साल पहले ईशान किशन ने मानसिक थकान का हवाला देकर ब्रेक लिया था और फिर घरेलू क्रिकेट खेलने के बजाय आईपीएल की तैयारियों में लग गए थे। इससे बीसीसीआई नाराज हो गया था और उन्हें केंद्रीय अनुबंध (Central Contract) से भी बाहर कर दिया गया था। अब घरेलू मैदान पर खुद को साबित करने के बाद उन्हें 2026 के टी20 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल किया गया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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T20 World Cup 2026 के लिए ईशान किशन की 15 सदस्यीय टीम में वापसी हुई है।
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ईशान के पिता ने कहा कि चयन केवल Performance के आधार पर ही होना चाहिए।
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हाल ही में ईशान की कप्तानी में झारखंड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी जीती है।
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बीसीसीआई के सख्त रवैये के बाद ईशान ने घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित किया।






