Tatkal Ticket Booking OTP Rule को लेकर भारतीय रेलवे ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब तत्काल टिकट बुक करते समय यात्रियों को उनके मोबाइल नंबर पर भेजे गए वन-टाइम पासवर्ड (OTP) का सत्यापन करना होगा, तभी टिकट जारी किया जाएगा। रेलवे के इस नए सुरक्षा फीचर से तत्काल टिकट बुकिंग में हो रही धांधली और फर्जी नंबरों के इस्तेमाल पर रोक लगेगी, जिससे आम यात्रियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
रेलवे के इस नए नियम के मुताबिक, अब तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया में एक अतिरिक्त सुरक्षा परत जोड़ दी गई है। जैसे ही यात्री टिकट बुक करने के लिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करेगा, सिस्टम उस नंबर पर एक ओटीपी भेजेगा। इस ओटीपी को दर्ज करने और सत्यापित करने के बाद ही बुकिंग प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और टिकट कंफर्म होगा।
मुंबई-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस से शुरुआत
इस नए ओटीपी आधारित सिस्टम की शुरुआत 1 दिसंबर से कर दी गई है। पश्चिमी रेलवे ने जानकारी दी है कि पहले चरण में इस व्यवस्था को मुंबई सेंट्रल और अहमदाबाद के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 129/1210) में लागू किया गया है। आगे चलकर इसे चरणबद्ध तरीके से बाकी ट्रेनों में भी लागू किया जाएगा।
सभी प्लेटफार्मों पर लागू होगा नियम
यह नया ओटीपी नियम सिर्फ ऑनलाइन बुकिंग तक ही सीमित नहीं रहेगा। आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप, कंप्यूटर पीआरएस (Passenger Reservation System) काउंटर और अधिकृत रेलवे एजेंटों के माध्यम से बुक किए जाने वाले सभी तत्काल टिकटों पर यह नियम लागू होगा। इसका मतलब है कि आप चाहे घर बैठे ऑनलाइन टिकट बुक करें या रेलवे काउंटर पर जाकर, आपको अपना मोबाइल नंबर अपडेट रखना होगा और उस पर आए ओटीपी को दर्ज करना ही होगा।
दलालों पर लगेगी लगाम, असली यात्रियों को फायदा
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस कदम से तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी और असली यात्रियों को टिकट मिलने में आसानी होगी। हाल के दिनों में तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि बुकिंग शुरू होते ही कुछ ही मिनटों में सारे टिकट गायब हो जाते हैं। ऐसा दलालों और एजेंटों द्वारा एक साथ बड़ी संख्या में टिकट बुक करने के कारण होता था। अब ओटीपी सिस्टम लागू होने से इस तरह की धांधली पर रोक लग सकेगी।
मोबाइल नंबर अपडेट रखना जरूरी
रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे टिकट बुकिंग से पहले अपना मोबाइल नंबर अपडेट रखें, क्योंकि ओटीपी उसी नंबर पर भेजा जाएगा जो बुकिंग के दौरान दर्ज किया जाएगा। एक बार ओटीपी भेजने के बाद नंबर बदलना संभव नहीं होगा। यह पूरी प्रक्रिया यात्रियों के लिए काफी आसान बनाई गई है और इससे उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
मुख्य बातें (Key Points)
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तत्काल टिकट बुकिंग के लिए अब मोबाइल पर आया ओटीपी दर्ज करना अनिवार्य होगा।
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यह नियम आईआरसीटीसी वेबसाइट, ऐप और रेलवे काउंटरों सहित सभी प्लेटफार्मों पर लागू होगा।
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शुरुआत में इसे मुंबई सेंट्रल-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस में लागू किया गया है।
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इस कदम से तत्काल टिकट बुकिंग में दलालों की धांधली रुकेगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
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यात्रियों को अपना सही और अपडेटेड मोबाइल नंबर इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।






