Rajnath Singh Sindh Statement रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में आयोजित सिंधी समाज सम्मेलन के दौरान एक बड़ा और महत्वपूर्ण बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भले ही सिंध वर्तमान में भारत का हिस्सा न हो, लेकिन सभ्यतागत रूप से सिंध हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा। उन्होंने यहाँ तक कहा कि बॉर्डर तो बदले भी जा सकते हैं, कौन जानता है कि कल को सिंध फिर से भारत में वापस आ जाए।
सिंध को लेकर राजनाथ सिंह का दावा
राजनाथ सिंह ने यह बयान 23 नवंबर को सिंधी समाज के सम्मेलन के दौरान दिया। सिंध वर्तमान में पाकिस्तान के हिस्से में आता है और 1947 से पहले अविभाजित भारत का हिस्सा था, जो अब पाकिस्तान का एक प्रांत है। राजनाथ सिंह ने अपने बयान में सिंधी हिंदुओं के दर्द का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सिंधी हिंदू, खासकर उनकी पीढ़ी के लोग, अभी भी भारत से सिंध के अलग होने की बात को स्वीकार नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि सिंधी लोग चाहे जहां रहें, वे हमारे अपने रहेंगे।
सिंधु नदी की पवित्रता का ज़िक्र
रक्षा मंत्री ने हिंदू और मुसलमानों द्वारा सिंधु नदी को पवित्र मानने की बात भी कही। उन्होंने बताया कि न केवल सिंध में बल्कि पूरे भारत में हिंदू सिंधु नदी को पवित्र मानते थे। यहां तक कि सिंध के कई मुसलमान भी यह मानते थे कि सिंधु का जल मक्का के आबे जमजम (पवित्र जल) से कम पवित्र नहीं है। इस तरह, उन्होंने सिंध के साथ भारत के गहरे सांस्कृतिक और सभ्यतागत जुड़ाव को स्पष्ट किया।
CAA पर भी खुलकर की बात
राजनाथ सिंह ने इस दौरान नागरिकता संशोधन बिल (CAA) पर भी विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार और उनकी तकलीफ को गहराई से समझा है, इसीलिए हम सीएए को लेकर आए। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदाय सालों से परेशान हैं। उनके घर जला दिए गए, बच्चों को मार दिया गया, बेटियों के साथ बेरहमी और टॉर्चर किया गया, और लोगों को जबरदस्ती धर्म बदलवाया गया।
तुष्टिकरण की राजनीति पर हमला
उन्होंने आरोप लगाया कि जब इनमें से कई लोग किसी तरह बचकर भारत आए, तो तुष्टिकरण चाहने वाली सरकारों ने उनके साथ जो बर्ताव किया, उसकी निंदा करना कम है। उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ एक खास कम्युनिटी के वोट बैंक को खुश करने के लिए बेइज्जत किया गया। राजनाथ सिंह ने कहा कि पड़ोसी देशों से आने वाले एक खास तरह के लोगों को पनाह दी गई, लेकिन हिंदू कम्युनिटी के लोग जो सच में इसके हकदार हैं, उन्हें वो हक नहीं दिए गए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय दिया कि अगर किसी ने उनके दर्द को समझा, तो वह नरेंद्र मोदी थे, इसीलिए सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल पेश किया गया।
मुख्य बातें (Key Points)
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सिंध को लेकर बड़ा बयान दिया कि यह सभ्यतागत रूप से हमेशा भारत का हिस्सा रहा है और बॉर्डर बदले भी जा सकते हैं।
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उन्होंने सिंधी समाज सम्मेलन में कहा कि सिंध के लोग चाहे जहां रहें, वे हमारे अपने रहेंगे।
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उन्होंने सीएए को लेकर कहा कि यह पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को देखते हुए लाया गया है।
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राजनाथ सिंह ने तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली पिछली सरकारों पर अल्पसंख्यक समुदाय के दर्द को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया।






